प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम मुंबई में शिवसेना (Shiv sena) के नेता संजय राऊत (Sanjay Raut) के घर पर आज सुबह-सुबह पहुंच गई. पतरा चाल भूमि घोटाला मामले (Patra Chawl land scam case) में दो बार बुलाने पर भी संजय राऊत ED के सामने पेश नहीं हुए थे. इसलिए ED की टीम आज सुबह-सुबह उनके घर पर पहुंच गई. टीम इस मामले में तीन स्थानों पर सर्च कर रही है. इन तीन में से एक स्थान राउत का निवास है. ईडी की कार्रवाई जारी है. हालांकि एक बार संजय राऊत से 10 घंटे पूछताछ हो चुकी है.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी आज सुबह करीब 7 बजे शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर पहुंचे. उनसे राउत से पतरा चाल भूमि घोटाला मामले में पूछताछ की जा रही है. जांच एजेंसी की टीम के साथ सीआरपीएफ के अधिकारी भी हैं. यह टीम मुंबई के पूर्वी उपनगर भांडुप में संजय राउत के घर पहुंची है.
पतरा चाल भूमि घोटाला मामले में ईडी की तीन टीमें अलग-अलग स्थानों पर सर्च कर रही हैं. इनमें से एक टीम संजय राउत के मुंबई निवास पर पहुंची है.संजय राउत ने पतरा चाल भूमि घोटाले में अपनी किसी भूमिका से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि 'महाराष्ट्र और शिवसेना की लड़ाई जारी रहेगी.'
ईडी की सर्च के दौरान संजय राऊत ने अपने घर की खिड़की से झांक कर अपने समर्थकों को हाथ दिखाया. उन्होंने गुलाबी शर्ट पहन रखी है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संजय राउत के घर पर ईडी के छापे को लेकर कहा कि, ''जांच चल रही है. अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो डर क्यों रहे हैं? वह एक बड़े एमवीए (महाराष्ट्र विकास अघाड़ी) नेता हैं. सिर्फ इसलिए कि ईडी से डर लगता है, किसी को हमारी पार्टी में नहीं आना चाहिए.''
संजय राउत ने एक जुलाई को अपना बयान दर्ज कराया था. फिर उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी. बाद में उनको 20 जुलाई और फिर 27 जुलाई को तलब किया गया था. तब राउत ने कहा था कि वे संसद का सत्र चलने के कारण ईडी के सामने फिलहाल पेश नहीं होंगे. उन्होंने कहा था कि वे 7 अगस्त के बाद ही पेश हो पाएंगे.
केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने शिवसेना नेता संजय राउत के मुंबई आवास पर ईडी के छापे को लेकर कहा कि, सीबीआई और ईडी स्वतंत्र रूप से काम करते हैं. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.
संजय राऊत पर ED की कार्रवाई का क्या है पतरा चाल कनेक्शन?
ED के मुताबिक पतरा चाल के 672 परिवारों के पुनर्वास के लिए सोसायटी, म्हाडा और गुरू आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच करार हुआ था. गुरू आशीष कंपनी के डायरेक्टर HDIL के राकेश वाधवान, सारंग वाधवान और प्रवीण राउत थे. कंपनी पर आरोप है कि उसने म्हाडा को गुमराह कर वहां की FSI पहले तो 9 दूसरे बिल्डरों को बेचकर 901 करोड़ जमा किए, फिर मिडोज नाम से एक नया प्रोजेक्ट शुरू करके 138 करोड़ रुपये फ्लैट बुकिंग के नाम पर वसूले. लेकिन 672 असली किरायेदारों को उनका मकान नहीं दिया. इस तरह कंपनी ने 1039.79 करोड़ बनाए.
ED का आरोप है कि बाद में HDIL ने गुरु आशीष कंपनी के डायरेक्टर प्रवीण राउत को 100 करोड़ रुपये दिए जिसमें से प्रवीण राउत ने 55 लाख रुपये संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को दिए थे, जो कि मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा है.
प्रवर्तन निदेशालय का तलाशी अभियान शुरू होने पर शिवसेना के कार्यकर्ता पार्टी के नेता संजय राउत के आवास के बाहर जमा हो गए हैं.
आज सुबह की सुर्खियां : 31 जुलाई, 2022