देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने एबीजी शिपयार्ड बैंक धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की. ईडी महाराष्ट्र और गुजरात में एबीजी शिपयार्ड और उसके निदेशकों के परिसरों में 26 जगहों पर छापेमारी कर रही है. ये देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला माना जा रहा है, जो 22 हज़ार करोड़ से ज्यादा का है. कंपनी ने 28 बैंकों से लोन लिया था. सीबीआई ने इस घोटाले को लेकर केस दर्ज किया था
इस घोटाले के बारे में केंद्रीय जांच ब्यूरो का कहना है कि एबीजी शिपयार्ड और उनके डायरेक्टर्स ऋषि अग्रवाल, संथनम मुथुस्वामी और अश्विनी अग्रवाल ने बैंकों से 22 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की है. एबीजी शिपयार्ड और उसकी फ्लैगशिप कंपनी जहाजों के निर्माण और उनकी मरम्मत का कारोबार करती है. शिपयार्ड्स गुजरात के दाहेज और सूरत में स्थित हैं.
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एक जानकारी के मुताबिक एसबीआई की शिकायत के अनुसार, कंपनी ने उससे 2925 करोड़ रुपये कर्ज लिया था. जबकि आईसीआईसीआई से 7089 करोड़, आईडीबीआई से 3634 करोड़ से, बैंक ऑफ बड़ौदा से 1614 करोड़, पीएनबी से 1244 करोड़ और आईओबी से 1228 करोड़ रुपये का बकाया है.
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