अशोका यूनिवर्सिटी के 2 फाउंडर मेंबर सहित 3 लोगों को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में किया गिरफ्तार

सीबीआई ने 1,600 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी के लिए पैराबोलिक ड्रग्स पर आरोप लगाया था. ईडी ने सीबीआई की प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर अपनी जांच शुरू की थी. 

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नई दिल्‍ली:

पैराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड (Parabolic Drugs Ltd) मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो अशोका यूनिवर्सिटी ( Ashoka University) के फाउंडर मेंबर हैं. ईडी ने प्रणव गुप्ता, विनीत गुप्ता और उनके सीए एसके बंसल को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम तहत यह गिरफ्तारी की है. इससे एक दिन पहले ही ईडी ने आरोपियों के 17 ठिकानों की तलाशी ली थी. 

सीबीआई ने 1,600 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी के लिए पैराबोलिक ड्रग्स पर आरोप लगाया था, जिसके बाद ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर अपनी जांच शुरू की थी. 

प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता पैराबोलिक ड्रग्‍स लिमिटेड के प्रमोटर हैं. साथ ही दोनों हरियाणा स्थित अशोक यूनिवर्सिटी के सह संस्‍थापक हैं. उन्‍होंने 2021 में सीबीआई द्वारा उनके और उनकी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने के बाद 2022 में संस्थान में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. 

तीनों को चंडीगढ़ की एक अदालत में पेश किया जा सकता है, जहां ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी. 

प्रमोटरों और फार्मा कंपनी पर कथित तौर पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम से 1,626 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. 

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