महाराष्ट्र के पुणे जिले के दौंड में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। बेटे की मौत का बदला लेने के लिए आरोपियों ने अपने ही 7 रिश्तेदारों को मौत के घाट उतार दिया और शव नदी में फेंक दिया. शुरू में ये सामूहिक खुदकुशी का मामला लगा, लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो हत्या की पूरी साजिश बेनकाब हो गई.
पुणे के दौंड में भीमा नदी में 18 से 22 जनवरी के बीच एक के बाद एक 7 शव मिले थे. शुरू में तो पुलिस को लगा कि ये खुदकुशी का मामला है. लेकिन एक मृतक महिला के पास से मिले मोबाइल के जरिए जब पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त की तो पता चला सभी एक ही परिवार के हैं.
मृतकों में पवार पति-पत्नी और उनकी बेटी और दामाद के साथ तीन से सात साल के तीन मासूम नाती भी थे. एक साथ पूरे परिवार के शव देख इलाके में सनसनी फैल गई तो पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए. एडीआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो जो सामने आया वो और भी हैरान करने वाला था.
पुणे ग्रामीण एसपी अंकित गोयल ने बताया कि इन सातों लोगों का मर्डर किया गया है और ये मर्डर उनके ही रिश्तेदार परिवार जो उसी गांव में रहते हैं. उन्होंने कहा कि इसका प्राथमिक कारण जो पता चला है वो ये कि अशोक पवार जो आरोपियों में सबसे बड़ा भाई है, उसके बेटे धनंजय पवार की पुणे सिटी में मौत हुई थी, जिसका एक्सीडेंटल मौत का केस है. उन्हें शक है कि उनके बेटे की मृत्यु मृतक परिवार के बेटे की वजह से हुई है, इसलिए बदला लेने के लिए उन्होंने ये कृत्य किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में 4 भाई और एक बहन है. सूत्रों के मुताबिक पांचों ने बड़ों की तो गला दबाकर हत्या की और शव नदी में फेंक दिया, जबकि छोटे बच्चों को जिंदा ही नदी में फेंका था.