गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरकार ने प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रह चुके एसएम कृष्णा और तबला वादक जाकिर हुसैन सहित छह लोगों को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण के लिए चुना गया है. 6 हस्तियों को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 91 को पद्म श्री सम्मान देने का ऐलान किया गया है.गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है. मुलायम सिंह यादव के साथ ही डॉक्टर दिलीप महालनाबिस और मशहूर वास्तुकार बालकृष्ण दोशी को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान के लिए चुना गया है. इस साल, देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद्म पुरस्कार पाने वालों को ट्वीट कर बधाई दी. उन्होंने कहा, 'भारत के लिए उनके समृद्ध और विविध योगदान और विकास पथ को बढ़ाने के उनके प्रयासों को देश स्वीकार करता है.'
अमेरिका स्थित गणितज्ञ श्रीनिवास वर्धन को भी पद्म विभूषण सम्मान के लिए चुना गया है. बयान के अनुसार प्रसिद्ध उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला, उपन्यासकार एस एल भैरप्पा और लेखिका सुधा मूर्ति सहित नौ लोगों को पद्म भूषण के लिए चुना गया है.राकेश झुनझुनवाला (मरणोपरांत), अभिनेत्री रवीना टंडन, मणिपुर भाजपा अध्यक्ष टी चौबा सिंह सहित 91 लोगों को पद्म श्री सम्मान के लिए चुना गया है. पद्म पुरस्कारों के लिए घोषित नामों में महाराष्ट्र से 12, कर्नाटक और गुजरात से आठ-आठ व्यक्ति शामिल हैं.
राष्ट्रपति द्वारा ये सम्मान औपचारिक समारोहों में प्रदान किए जाते हैं जिनका आयोजन आमतौर पर हर साल मार्च या अप्रैल में राष्ट्रपति भवन में किया जाता है. राष्ट्रपति ने 2023 के लिए 106 पद्म पुरस्कारों के लिए मंजूरी दी है. पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं हैं. सात लोगों को मरणोपरांत इस सम्मान के लिए चुना गया है.पद्म सम्मान देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक हैं और यह तीन श्रेणियों- पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री में प्रदान किए जाते हैं.
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