दिल्ली से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक शख्स ने अपनी लिव इन पार्टनर की पहले हत्या की और उसके बाद शव को 12 किलोमीटर दूर जाकर किसी दूसरे के घर के बाहर फेंक दिया. पूरा मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके का है. हालांकि पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए इस मामले में आरोपी की बहन को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि इस घटना में आरोपी के साथ उसकी बहन भी शामिल थी.
इस घटना को लेकर उत्तरी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जॉय ट्रिकी ने बताया कि हमारे पास 12 अप्रैल को एक फोन आया. फोन करने वाले ने थाने में बताया कि करावल नगर के पास एक महिला का शव पड़ा हुआ है. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. महिला की उम्र करीब 25 साल के आसपास थी. हालांकि, बाद में काफी समय तक महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने मौत का कारण दम घुटने को बताया. इसके बाद करावल नगर थाने में हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की गई.
55 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई
डीसीपी ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने 55 पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम गठित की. हमारी टीम ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. फुटेज में एक मोटरसाइकिल पर दो आदमी संदिग्ध रूप से घूम रहे थे, उनके बीच एक महिला बैठी थी. कैमरों के खराब रिजॉल्यूशन के कारण मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर स्पष्ट नहीं था. हमारी ने टीम ने लगभग 12-13 किलोमीटर दूर फ़र्श बाज़ार के तेलीवाड़ा इलाके के अंदर मोटरसाइकिल पर अपराधियों का पता लगाया, जहां 20 अप्रैल को पुलिस टीमो को एक सीसीटीवी फुटेज मिला.
नए सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
नए सीसीटीवी की फुटेज में टी शर्ट पहना एक शख्स शव को अपने कंधे पर ले जाते हुए और एक महिला को उसके ठीक पीछे चलते हुए देखा गया. सीसीटीवी में दिख रहे दोनों लोगों की पहचान विनीत और उसकी बहन पारुल के रूप की गई. जबकि मृतक की पहचान रोहिना नाज उर्फ माही के रूप में हुई है. आरोपी के घर में ताला लगा मिला. पता चला कि विनीत कुछ समय से दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन पारुल 20 अप्रैल को ही कहीं चली गई थी. उसने अपने दो बच्चों के साथ शिफ्ट करने के लिए तांगे का इस्तेमाल किया था. जांच में यह पाया गया कि परिवार का मूल रूप से बागपत का रहने वाला है इसलिए एक टीम बागपत के लिए रवाना हो गई.
वहीं सीसीटीवी के जरिए घोड़े वाले तांगे को ट्रैक किया. घोड़ा तांगा मालिक को लोनी बॉर्डर पर ट्रेस कर पूछताछ हुई, उसके बाद पारुल को कृष्णा नगर से गिरफ्तार कर लिया गया. उसका ये घर उसके तेलीवाड़ा वाले घर से लगभग 7 किलोमीटर दूर था. पूछताछ के दौरान पारुल ने स्वीकार किया कि उसने अपने भाई विनीत के साथ मिलकर रोहिना नाज़ उर्फ माही को मारने की साजिश रची थी.
परिवार था शादी के खिलाफ
पुलिस के मुताबिक विनीत और रोहिना नाज 4 साल पहले भाग गए थे. वे साथ रहते थे लेकिन शादी नहीं की थी. विनीत और उसके पिता विनय पवार को बागपत में हत्या के एक मामले में 25 अक्टूबर 2019 को उम्रकैद की सजा हो गई. जब विनीत जेल में था तब रोहिना नाज़ उसकी बहन पारुल चौधरी के साथ दिल्ली में रहती थी. विनीत 26 नवंबर 2022 को जमानत पर बाहर आया. तभी से रोहिना उस पर शादी का दबाव बना रही थी. विनीत का परिवार इस शादी के खिलाफ था क्योंकि रोहिना दूसरे समुदाय से थी. बार-बार होने वाले झगड़ों के कारण विनीत और उसकी बहन पारुल ने उसे मारने का फैसला किया. 12 अप्रैल को जब रोहिना और विनीत के बीच फिर से उनकी शादी के मुद्दे पर लड़ाई हुई तो विनीत ने उसका गला दबा दिया. उसने उसके शव को सामने वाले कमरे में दीवान के अंदर छिपा दिया. शाम को विनीत ने अपने साथी को फोन किया, जिसने कुछ दूर गली में अपनी मोटरसाइकिल खड़ी कर रखी थी.
हत्या के बाद गांव भागा आरोपी
विनीत ने शव को अपने कंधे पर उठा लिया जबकि पारुल ने शव को ठिकाने लगाने में उसकी मदद की. वह कपड़े और चुन्नी ले गई जिसे विनीत शव को छिपाने के लिए लपेटा था. विनीत और उसके सहयोगी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए मोटरसाइकिल पर 12 किलोमीटर का सफर तय किया और जगह तलाशी फिर उन्होंने शव को करावल नगर में अंधेरे में एक घर के बाहर फेंक दिया और भाग गए. इसके बाद विनीत बागपत के काकरीपुर में अपने गांव चला गया, जबकि पारुल किराए के मकान की तलाश करने लगी. उन्होंने तेलीवाड़ा में अपने घर को बेचने की कोशिश भी की. पुलिस अब विनीत और उसके साथी का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
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