उत्तर भारत में ठंड अपने चरम पर है. दिल्ली में तापमान गिरकर 7 डिग्री के आसपास पहुंच गया है और खुले इलाकों में घना कोहरा विजिबिलिटी को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है. कई हिस्सों में सुबह के समय दृश्यता 200–300 मीटर तक सीमित हो रही है, जिससे सड़क और रेल यातायात दोनों प्रभावित हो रहे हैं.
दिल्ली-एनसीआर: ठंड और कोहरे का डबल अटैक
IMD के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति फिलहाल कुछ दिनों तक बनी रहेगी. पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी हवाओं के कारण तापमान में और गिरावट हो सकती है.
कश्मीर में माइनस में तापमान
गुलमर्ग में तापमान -3°C है. पहाड़ियों पर हल्की बर्फ की परत जम चुकी है. जबकि कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में रात में तापमान -2°C रिकॉर्ड किया गया. वहीं पहलगाम में तापमान और ज्यादा नीचे दर्ज किया जा रहा है.
पहलगाम में पहाड़ों की सर्दी चरम पर है और तापमान -16°C तक लुढ़क गया है. यह कश्मीर का सबसे ठंडा पर्यटन स्थल बना हुआ है, जहां पानी जमने लगा है और बर्फीली हवाएं लगातार बह रही हैं.
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान और ठंड का असर
हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित पूरे मैदानी क्षेत्रों में 5°C से 10°C तक न्यूनतम तापमान दर्ज किया जा रहा है. IMD ने कई राज्यों में कोल्ड डे व कोल्ड वेव जैसी स्थितियों के बने रहने की चेतावनी दी है.
पहाड़ों में तापमान और बर्फबारी की संभावना
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड के साथ तापमान शून्य के नीचे दर्ज किया जा रहा है. कई हिल स्टेशनों में पहले से ही हल्की बर्फबारी जारी है।
27-29 दिसंबर: नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर
IMD के अनुसार, 27 दिसंबर से एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय है, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो रही है. कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में ब्लिज़र्ड जैसी स्थिति भी बन सकती है, जहां हवाओं की रफ्तार 50–60 किमी/घंटा तक पहुंचने की संभावना है.
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मैदानी इलाकों में तापमान में 2-3°C तक और गिरावट संभव है. दिल्ली में अगले 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में और 1-2°C गिरावट दर्ज की जा सकती है. हिमालयी क्षेत्र में 29 दिसंबर को बर्फबारी और बढ़ने की संभावना है.
यात्रियों के लिए चेतावनी
कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम रहेगी, जिससे सड़क, ट्रेन और उड़ानों पर असर पड़ सकता है. IMD ने सलाह दी है कि यात्रा से पहले फ्लाइट/ट्रेन स्टेटस चेक करें और सुबह की यात्रा से बचें.














