दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में इस बार दशहरे (Dussehra 2023) पर मंगलवार को रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ के पुतले के साथ विश्व आतंकवाद का पुतला भी दहन किया जाएगा. 7 अक्टूबर को इजराइल पर आतंकी संगठन हमास के आतंकी हमले के बाद सबसे पहले भारत ने आतंकवाद की भर्त्सना की थी. श्री रामलीला कमेटी की ओर से कहा गया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत के जश्न के रूप में मनाया जाता है. पुतला दहन आतंकवाद और हिंसा से लड़ने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीकात्मक संकेत है.
दो शताब्दी से अधिक समय से दिल्ली के रामलीला रामलीला प्रदर्शन का मंचन किया जा रहा है. विश्व आतंकवाद के पुतले का रामलीला महोत्सव में पहली बार दहन किया जा रहा है.
श्री रामलीला कमेटी की ओर से कहा गया कि रामलीला पुतला दहन आतंकवाद की समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके खिलाफ लड़ाई में भारत की एकजुटता दिखाने का एक अवसर है.
श्री रामलीला कमेटी के संयोजक प्रवीण खनकवाल ने NDTV को जानकारी देते हुए कहा, "यह आतंकवाद के ख़िलाफ कड़ा संदेश है. यह आतंकवाद की समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कमेटी द्वारा प्रयास है." कुछ लोगों ने कहा है कि "यह आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने का एक अच्छा तरीका है." हालांकि कुछ लोगों ने इसकी आलोचना भी की है.
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