दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) क्षेत्र में वायु प्रदूषण की गुणवत्ता (Delhi Air Pollution ) लगातार खतरनाक स्तर पर बनी हुई है. राजधानी दिल्ली में तो प्रदूषण फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. दिल्ली के मथुरा रोड इलाके में शाम 4 बजे एक्यूआई 404 तक पहुंच गया. जबकि दिल्ली से सटे यूपी, हरियाणा और राजस्थान में भी जहरीली हवा खतरनाक स्तर पर है. आलम ये है कि मंगलवार दोपहर 3 बजे के आंकड़ों के अनुसार, देश के 10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों ( polluted cities) में आठ तो यूपी और हरियाणा के हैं. जबकि एक दिल्ली का और राजस्थान का क्षेत्र है.
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दिल्ली के अलावा हरियाणा के जींद और मानेसर में वायु प्रदूषण का स्तर सीवियर यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. जबकि यूपी के नोएडा और बागपत का भी यही हाल है. हरियाणा के हिसार, बहादुरगढ़, रोहतक, गुरुग्राम में भी प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर है. जबकि राजस्थान के भिवाड़ी इलाके में भी यही हाल है.कमोवेश दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर शहरों में प्रदूषण (Delhi NCR Pollution) चिंताजनक स्तर पर बना हुआ है.
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वहीं सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के कड़े निर्देशों के बाद दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए उपायों पर तेजी से अमल की तैयारी की है.दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली डिजास्टर मैनजेमेंट ऑथोरिटी (DDMA) को प्रपोजल भेजा है. बढ़ते हुए प्रदूषण के मद्देनजर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तरफ लोगों को आकर्षित करने के मकसद से, डीटीसी एवं क्लस्टर बसों और मेट्रो में लोगों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति देने की मांग की है. अभी DDMA ने बसों और मेट्रो में केवल बैठकर यात्रा की इजाजत दी हुई है.
साथ ही, दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के मकसद से प्राइवेट बसें हायर कर सकता है. मंगलवार को परिवहन मंत्री ने करीब 7 से 8 प्राइवेट बस ऑपरेटर्स के साथ इसे लेकर बैठक की. परिवहन विभागबसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए करीब 500 से 700 प्राइवेट बसों को हायर कर सकता है.
गौरतलब है कि दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण के खराब हालातों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने संबंधित राज्यों से लॉकडाउन लगाने की संभावनाओं पर भी विचार करने को कहा है. हालांकि केंद्र का कहना है कि लॉकडाउन ऐसे
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