गुजरात के गांधीनगर में मंगलवार से डिफेंस एक्सपो (Defense Expo 2022) शुरू हो रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) गुजरात में 18 अक्टूबर को भारत-अफ्रीका रक्षा वार्ता (India-Africa Defense Dialogue) की मेजबानी करेंगे. डिफेंस एक्सपो 2022 के मौके पर यह वार्ता आयोजित की जा रही है. एक्सपो का आयोजन 18 से 22 अक्टूबर तक होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बुधवार को डिफेंस एक्सपो में शिरकत करेंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की छवि को दुनिया के सामने रखेगा.
राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम में डिफेंस एक्सपो के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'गांधीनगर में आयोजित हो रहा डिफेंस एक्सपो रक्षा का महासंगम है. आप सबके सहयोग से यह सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा. गुजरात की धरती अपनी जीवंत कला, समृद्ध संस्कृति और विरासत के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है. इस धरती ने 'महात्मा गांधी' के रूप में दुनिया को ऐसी महान विभूति प्रदान की है, जो आज सत्य, अहिंसा और मानवता के साथ साथ स्वदेशी आंदोलन के एक स्थापित प्रतीक हैं.'
रक्षा मंत्री ने कहा, 'ऐसे में एक्सपो का पहली बार भारतीय रक्षा उद्योग के लिए होना महज़ एक संयोग नहीं है. यह आत्मनिर्भर भारत की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे भारत की स्वदेशी आंदोलन के प्रणेता महात्मा गांधी जी को एक विनम्र श्रद्धांजलि है.'
राजनाथ सिंह ने बताया कि डिफेंस एक्सपो में एक इंडियन पवेलियन होगा. इसमें भारत में पूरी तरह से तैयार या विकसित किए गए हथियार और डिवाइस प्रदर्शित किए जाएंगे. दूसरी ओर स्टार्टअप्स भी अपने प्रोडक्ट को प्रदर्शित कर सकेंगे. यह पवेलियन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की मैच्युरिटी की शोकेसिंग का जरिया भी होगा.
12वें डिफेंस एक्सपो की थीम 'पाथ टू प्राइड' है. भारत के साथ भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण क्षेत्रों के लिए साझेदारी का समर्थन, प्रदर्शन और फोर्जिंग करके भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र में बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है.
यह आयोजन घरेलू रक्षा उद्योग (Domestic Defense Industry) की ताकत को प्रदर्शित करेगा, जो अब सरकार और देश के 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' संकल्प को शक्ति प्रदान कर रहा है. यह आयोजन विशेष रूप से भारतीय कंपनियों के लिए पहला संस्करण होग.
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि DRDO अत्याधुनिक और भविष्य के रक्षा उत्पादों और प्रौद्योगिकियों में उच्च स्तर की स्वदेशीता का प्रदर्शन करेगा, जो रक्षा में आत्मनिर्भरता का समर्थन करते हैं. यह अपनी प्रयोगशालाओं और हाल की उद्योग भागीदारी द्वारा की गई तकनीकी प्रगति को भी उजागर करेगा.