जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी CPI(M) की नेता वृंदा करात सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लेकर यहां पहुंची और एक बुलडोजर को रोकते हुए नजर आईं. इस दौरान वृंदा करात सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी लहराते हुए दिखीं. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने जमीयत उलमा-ए-हिंद की याचिका पर सुनवाई करते हुए जहांगीरपुरी में अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई को रोकने का आदेश दिया था. करीब 12 बजे सीपीएम नेता वृंदा करात आदेश की कॉपी के साथ मौके पर पहुंची और पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों से तत्काल विध्वंस रोकने की अपील की. एक वीडियो में, वे बुलडोजर के सामने खड़ी दिखाई दी और उसका रास्ता रोक रही थी. साथ ही कोर्ट के आदेश की कॉपी दिखा रही थी. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश के दो घंटे बाद ये कार्रवाई रोक दी गई.
क्या है पूरा मामला
दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जयंती जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़पें हुईं थी. जिसमें कई लोग घायल हुए थे. इस झड़प के बाद आज उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NDMC) की तरफ से अवैध कब्जे वाली जगहों पर बुलडोजर चलाए गए. मौके पर सुरक्षा के लिए करीब 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मी और अर्धसैनिक बलों के जवान मौजूद थे.
अतिक्रमण हटाओ अभियान सुबह 9:30 बजे शुरू कर दिया था. जो कि करीब 12 बजे तक चला. इस दौरान मौके पर एमसीडी की 14 टीम भी मौजूद थीं. सुप्रीम कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी थी. इसके बावजूद जहांगीरपुरी में कुछ देर के लिए बुलडोज़र चलते रहे और तोड़फोड़ की गई.
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