प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला लेवी धनशोधन मामले में जारी जांच के तहत सोमवार को कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों सहित छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर छापेमारी की. अब इस मसले पर बीजेपी कांग्रेस के निशाने पर आ गई हैं. कांग्रेस ने छापेमारी को थर्ड लेवल की पॉलिटिक्स करार दिया. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा, "छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक सहित मेरे कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा है. चार दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है. तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौसले नहीं तोड़े जा सकते".
इसके साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, "भारत जोड़ो यात्रा' की सफलता से भाजपा हताश है. यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है, देश सच जानता है, हम लड़ेंगे और जीतेंगे." इसी के साथ एक और ट्वीट में जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहन मरकाम जी के साथ 12:00 बजे राजीव भवन, रायपुर में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करूंगा. ईडी की यह छापेमारी राज्य की राजधानी रायपुर में 24-26 फरवरी तक कांग्रेस के तीन दिवसीय पूर्ण अधिवेशन से पहले हुई है. राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है.
अधिकारियों ने कहा कि ईडी द्वारा उन लोगों की जांच की जा रही है जो वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए कथित कोयला लेवी घोटाले के अपराध की आय के लाभार्थी रहे हैं. एजेंसी के अनुसार, ईडी की जांच “एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनीतिक नेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक ‘गिरोह' द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रत्येक टन कोयला ढुलाई पर 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी.”
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