केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने केनरा बैंक (Canara Bank) की शिकायत पर मुंबई की एक प्राइवेट कंपनी के चार डॉयरेक्टरों और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है. यह केस केनरा बैंक के साथ 55.27 करोड़ की बैंक धाखाधड़ी को लेकर दर्ज किया गया है.इसके अलावा सीबीआई ने दूसरा केस यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर मुंबई स्थित निजी कंपनी और उसके 03 निदेशकों और अज्ञात लोक सेवकों और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज किया है. यह केस यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ 35.89 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में दर्ज किया गया है.
सीबीआई ने 10 ठिकानों पर ली तलाशी
इसके साथ ही सीबीआई ने महाराष्ट्र में आज मामले से जुड़े आरोपियों के दस ठिकानों में तलाशी ली है, जिसमें सीबीआई को कुछ दस्तावेज और आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं. सीबीआई ने महाराष्ट्र में मुंबई, नागपुर और ठाणे में आरोपियों के दस ठिकानों में तलाशी ली. जहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और वस्तुएं बरामद की हैं. सीबीआई दोनों मामलों में जांच कर रही है.
सीबीआई ने पहला केस मुंबई की बेजल ज्वैलरी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई और उसके चार निदेशकों मेहुल चिनुभाई चोकसी, श्रीमती चेतना जयंतीलाल झावेरी, दिनेश गोपालदास भाटिया और मिलिंद अनंत लिमये के अलावा कई अज्ञात लोक सेवक और अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है.इसके बाद दूसरा केस मुंबई की परमशक्ति स्टील्स लिमिटेड, मुंबई और इसके निदेशकों राजेंद्र कुमार चौधरी, पंकज ए रंका, सुमीत ओ. आहूजा और अज्ञात लोक सेवक व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है.
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