- महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ पांच मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से दो मामलों में CBI ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की.
- परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और शक्ति दुरुपयोग के आरोप थे, जिनमें कोपरी और बाज़ारपेठ पुलिस थानों के मामले शामिल थे.
- बाज़ारपेठ पुलिस स्टेशन मामले में कुल 33 आरोपियों में पुलिस अधिकारी और कारोबारी शामिल थे, जिनकी जांच नई दिल्ली स्थित CBI ने की.
महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ दर्ज किए गए पांच मामलों में से दो मामलों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है, जिसे संबंधित अदालतों ने स्वीकार कर लिया है. परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और शक्ति का दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगे थे. ये मामले कोपरी, बाज़ारपेठ, मरीन ड्राइव, गोरगांव और ठाणे नगर पुलिस थानों में दर्ज हुए थे. इनमें से कोपरी और बाज़ारपेठ पुलिस स्टेशनों में दर्ज मामलों की जांच बाद में CBI को सौंपी गई थी.
क्या थे मामले?
कोपरी पुलिस स्टेशन मामला: यह मामला ठाणे पुलिस कमिश्नर क्षेत्राधिकार में आता है, जिसमें परमबीर सिंह समेत अन्य पुलिस अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. बाज़ारपेठ पुलिस स्टेशन मामला: इस केस में कुल 33 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें कुछ पुलिस अधिकारी और कारोबारी भी शामिल थे. दोनों ही मामलों की जांच नई दिल्ली स्थित CBI टीम ने की. जांच के दौरान प्राप्त साक्ष्यों और शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर CBI ने कोपरी थाने के केस में 18 फरवरी 2024 और बाज़ारपेठ थाने के केस में 11 जून 2024 को अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी. कोर्ट ने इन रिपोर्टों को स्वीकार करते हुए मामलों को बंद कर दिया. CBI की ओर से क्लोजर रिपोर्ट दाखिल किए जाने और अदालत द्वारा उसे स्वीकार किए जाने के बाद,अभी तीन अन्य मामलों की जांच प्रक्रिया जारी है, जिनका निष्कर्ष सामने आना बाकी है.