महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ पांच मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें से दो मामलों में CBI ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की. परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और शक्ति दुरुपयोग के आरोप थे, जिनमें कोपरी और बाज़ारपेठ पुलिस थानों के मामले शामिल थे. बाज़ारपेठ पुलिस स्टेशन मामले में कुल 33 आरोपियों में पुलिस अधिकारी और कारोबारी शामिल थे, जिनकी जांच नई दिल्ली स्थित CBI ने की.