आंध्र प्रदेश में BJP-TDP और जनसेना का गठबंधन तय! बीजेपी 6 से 8 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी चुनाव

तेलुगु देशम पार्टी के सूत्रों का कहना है कि गठबंधन में भाजपा लोकसभा की पांच से छह सीट, जन सेना तीन और तेदेपा बाकी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने हैं.

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नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश में बीजेपी-टीडीपी और जनसेना का गठबंधन लगभग तय हो गया है. खबर है कि बीजेपी 6 से 8 लोकसभा और 10 से 12 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं जनसेना 3 लोकसभा और 24 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इसको लेकर मुलाकात भी की. आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने हैं.

बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों के नाम भी लगभग तय हो गए हैं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी विशाखापट्टनम या राजमुंदरी से चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं अराकू (सुरक्षित) के गीता, अलेरू से तपन चौधरी या सी एम रमेश, नरसापुरम से रघु रामा कृष्णा राजू, विजयवाड़ा से पूर्व केंद्रीय मंत्री वाय एस चौधरी या पी पी वेरप्रसाद, राजमपेट से पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी और हिंदुपुर से परिपूर्णानंद स्वामी के चुनाव लड़ने की संभावना है.

टीडीपी पहले भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा थी, लेकिन 2018 में नायडू के राज्य के मुख्यमंत्री रहने के दौरान वो इससे बाहर हो गई थी. सूत्रों ने कहा कि दोनों पार्टियां हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं. दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच हालिया महीनों में हुई कई बैठक के बाद गठबंधन की रुपरेखा तय हुई है.

तेदेपा के नेताओं ने कहा है कि गठबंधन बनाने में अब और देरी नहीं होगी, क्योंकि चुनाव करीब आ रहे हैं.

अभिनेता पवन कल्याण की अगुवाई वाली जन सेना पार्टी ने पहले ही तेदेपा के साथ हाथ मिला लिया है और अब भाजपा भी इसमें सहयोगी बन रही है, ताकि राज्य की सत्ता से वाईएसआर कांग्रेस के जगन मोहन रेड्डी को बेदखल किया जा सके. जन सेना राजग की घटक है.

ये घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इस बात के साफ संकेत मिल रहे हैं कि ओडिशा का सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) भी राजग में शामिल हो सकता है. भाजपा और बीजद के नेता इस गठबंधन को अंतिम रूप देने की कगार पर हैं. दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को अलग-अलग बैठकें कीं, जिससे इस संभावना को और बल मिला.

नायडू ने फरवरी में शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात की थी. इसके बाद इन अटकलों को बल मिला था कि वे गठबंधन की ओर बढ़ रहे हैं. दोनों दलों के बीच पहले इस बात को लेकर मतभेद था कि भाजपा आंध्र प्रदेश में कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी. दक्षिण के इस राज्य में भाजपा की उपस्थिति प्रभावी नहीं रही है.

राज्य में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीटें हैं. भाजपा यहां आठ से 10 संसदीय सीट पर चुनाव लड़ना चाहती थी. हालांकि, तेदेपा के सूत्रों ने कहा कि गठबंधन की स्थिति में भाजपा लोकसभा की पांच से छह सीट, जन सेना तीन और तेदेपा बाकी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

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भाजपा के लिए स्थिति इस वजह से जटिल हो गई है कि वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी संसद में मोदी सरकार के एजेंडे का स्पष्ट रूप से समर्थन करते रहे हैं और इसके वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं.

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