तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने आज 1.34 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति की एक लंबी सूची सार्वजनिक की है, जिसे 'डीएमके फाइल्स' का नाम दिया गया है. इसे जारी करते हुए उन्होंने दावा किया कि यह संपत्ति मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन सहित प्रमुख डीएमके नेताओं दुरई मुरुगन, ईवी वेलू, के पोनमुडी, वी सेंथिल बालाजी और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जगतरक्षकन सहित अन्य मंत्रियों के स्वामित्व में है.
अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें 2011 के विधानसभा चुनावों से पहले जब डीएमके सत्ता में थी, चेन्नई मेट्रो रेल के लिए अनुबंध हासिल करने के लिए एक कंपनी का पक्ष लेने के लिए दो सौ करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी. उन्होंने आरोप लगाया, "भुगतान शेल कंपनियों के जरिए किया गया." साथ ही कहा कि रिश्वतखोरी को लेकर इस कंपनी की अमेरिका में जांच की गई थी.
संपत्ति के मूल्य की गणना में मूल्य निर्धारण के तरीके के बारे में बताते हुए उन्होंने संपत्ति का ब्योरा दिया, जिसे डीएमके के कई नेताओं ने अपने चुनावी हलफनामों में घोषित किया था.
इस मामले में अब अन्नामलाई एक सप्ताह के बाद ही प्रश्नों का जवाब देंगे, ताकि पत्रकार इसके बारे में पता लगा सकें.
महंगी घड़ी को लेकर पेश की सफाई
अपनी महंगी और विवादास्पद दसॉल्ट घड़ी की फंडिंग पर अन्नामलाई ने दावा किया कि उन्होंने इसे मई 2021 में अपने एक दोस्त चेरालथन से तीन लाख रुपये में खरीदा था, जिसे वे तब दो साल से जानते थे. साथ ही उन्होंने चेरालथन के द्वारा खरीद की रसीद पेश की, हालांकि अपनी खरीद के भुगतान का कोई प्रमाण नहीं दिया. ऊर्जा मंत्री सेंथिल बालाजी ने कुछ महीने पहले इस घड़ी की खरीद की रसीद पेश करने की मांग की थी, जिसके बाद अन्नामलाई ने यह सूची जारी की है.
पूर्व आईपीएस अधिकारी अपने खर्चों का प्रबंधन कैसे करते हैं, इसे लेकर अन्नामलाई ने कहा, "मुझे हर महीने खर्चे के लिए सात से आठ लाख की जरूरत होती है. मैं पार्टी और अपने दोस्तों की मदद से इसका प्रबंधन करता हूं. अन्य लोग मेरे स्टॉफ की सैलेरी में मदद करते हैं. आप मेरा बैंक स्टेटमेंट और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट देख सकते हैं. यह मेरे जैसे पहली पीढ़ी के राजनेता के लिए एक चुनौती है."
डीएमके ने आरोपों को बताया मजाक
अन्नामलाई के आरोपों पर जवाब देते हुए डीएमके सांसद आरएस भारती ने इसे 'मजाक' बताया है.
उन्होंने कहा, "रिश्वत देने का एक भी आरोप नहीं है. उनके द्वारा सूचीबद्ध सभी उम्मीदवारों ने अपने हलफनामों में अपनी संपत्ति का विवरण दिया है. यदि एक भी उल्लंघन होता है तो कोई भी नागरिक चुनाव को चुनौती दे सकता है."
अन्नामलाई द्वारा की गई गणना के मूल्य निर्धारण पर भारती ने कहा, "एलआईसी भवन दशकों पहले 87 करोड़ रुपये में बनाया गया था. अब यह हजारों करोड़ रुपये का है. हमारे सभी नेता अदालत का रुख करेंगे और उन्हें अदालतों में पेश होना होगा."
'सीबीआई 2014 से क्या कर रही है?'
आरएस भारती ने 200 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोपों को साबित करने के लिए भाजपा नेता को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की चुनौती दी है. साथ ही चेन्नई मेट्रो रेल में कथित भ्रष्टाचार पर कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई 2014 से क्या कर रही है?
उन्होंने कहा, "अन्नामलाई के आरोपों के कारण डीएमके की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा, यह हमें सभी 40 सीटें जीतने में मदद करेगा." उन्होंने सवाल किया कि अन्नामलाई के पास है क्या, अगर उन्हें सब कुछ दूसरों से मिलता है."
भारती ने कहा, "मैं अन्नामलाई को चुनौती देता हूं कि वह डीएमके के स्वामित्व वाले स्कूलों और कॉलेजों के दस्तावेज 15 दिनों में पेश करें."
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