बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को 'समुदाय विशेष' के खिलाफ टिप्पणी करना पड़ा भारी, हुए गिरफ्तार

संजय सिंह ने बताया कि आलोक कुमार को शनिवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
नई दिल्ली:

बिहार में एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी को सोशल मीडिया पर 'साम्प्रदायिक घृणा' फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बिहार पुलिस के एडीजी कानून व्यवस्था संजय सिंह ने इसकी जानकारी रविवार को दी है. गिरफ्तार अधिकारी की पहचान आलोक कुमार के रूप में की गई है. आलोक कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा में हैं. संजय सिंह ने बताया कि आलोक कुमार को शनिवार को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया.

पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द करने के साथ कई का समय बदला, बिहार से जुड़ी कई रेलगाड़ियां शामिल

उन्होंने बताया कि ईओयू को आलोक कुमार के खिलाफ शिकायत मिली थी. इसके बाद ईओयू ने अपनी जांच शुरू की और उसमें उन्हें दोषी पाया. जांच में पता चला कि आलोक कुमार ने एक समुदाय विशेष को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है. ईओयू की जांच में ये भी पता चला कि समुदाय विशेष के खिलाफ जितने भी संदेश लिखे और भेजे गए थे वो सभी आलोक कुमार के मोबाइल से थे.

अग्निपथ योजना: बिहार में जेडीयू से तनातनी के बीच केंद्र ने डिप्टी CM समेत BJP के 10 नेताओं को दी 'वाई' श्रेणी की सुरक्षा

बता दें कि आलोक कुमार फिलहाल निर्वाचन विभाग में उप सचिव के पद पर तैनात हैं. आलोक कुमार झारखंड के रहने वाले हैं. संजय सिंह ने कहा कि आलोक कुमार को उनके घर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें पहले सचिवालय थाने लगाया गया था जहां से बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है. 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
विपक्ष बनाएगा इस पूर्व सीएम को अपना VP उम्मीदवार? | Vice President Election 2025
Topics mentioned in this article