भोपाल गैस त्रासदी (Bhopal Gas Tragedy) को झेल चुकी करीब 5 हजार विधवा महिलाओं की पेंशन (Widows Pension) एक बार फिर से शुरू हो गई है. हालांकि पिछले 20 माह से बंद पेंशन में से महिलाओं को सिर्फ पांच माह की ही राशि जारी की गई है.सबसे पहले एनडीटीवी ने इन महिलाओं की पेंशन की समस्या को उठाया था, जिसके बाद जुलाई में कैबिनेट ने विधवाओं के लिए प्रावधान करतेे हुए पेंशन को मंजूरी दे दी थी. आखिरकार आज पेंशन जारी हुई है, लेकिन यह 20 अप्रैल 2021 से है और शेष 15 महीने की पेंशन महिलाओं को नहीं दी जाएगी.
दिसंबर 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने विधवा महिलाओं की 1,000 रुपये प्रति माह पेंशन को रोक दिया था. महिलाओं को पेंशन के लिए करीब 20 महीने तक इंतजार करना पड़ा है. इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का साफ तौर पर कहना है कि 15 महीनों की पेंशन का भुगतान नहीं किया जाएगा.
कैमरे पर सरकार ने कई बार पेंशन का आश्वासन दिया था, लेकिन विधवा महिलाओं को बहुत कोशिश के बाद दिसंबर 2019 में बंद पेंशन सितंबर 2020 में मिली है. अब जाकर महिलाओं को थोड़ी राहत मिली है, जब उन्हें पेंशन मिल सकी है.
कांग्रेस सरकार के चले जाने के बाद शिवराज सरकार से उम्मीद थी कि पेंशन मिलेगी, लेकिन सरकार बदलने के बाद भी कई महीनों तक पेंशन शुरू नहीं हो सकी थी.
पेंशन फिर से शुरू करवाने के लिए महिलाओं ने काफी प्रयास किया. महिलाओं ने हर स्तर पर आवेदन दिया, विरोध दर्ज कराया लेकिन इसके बाद भी उनकी पेंशन शुरू नहीं हुई थी. हालांकि अब सरकार ने 20 महीने से रुकी पेंशन के बदले में पांच महीने की राशि दी है. सरकार की ओर से अप्रैल 2021 से पेंशन दी गई है.
पेंशन वितरण के लिए कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें विधवा महिलाओं को पेंशन के चैक वितरित किए गए.
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