भारतीय सेना में ब्रिगेडियर रैंक और उससे बड़े के अधिकारी अब एक जैसी वर्दी पहनेंगे, भले ही उनका मूल कैडर और नियुक्ति कुछ भी हो. यह निर्णय हाल ही में संपन्न सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान विस्तृत विचार-विमर्श और सभी पक्षों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद लिया गया है. एक अगस्त 2023 से यह नए बदलाव लागू होंगे. भारतीय सेना के इस फैसले के जरिए सभी बड़े अफसरों में समान भाव और सामान्य पहचान सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है. हेडगियर, शोल्डर रैंक बैज, गोरगेट पैच, बेल्ट और जूते के मानक सामान्य होंगे. वहीं कर्नल और उससे नीचे के अधिकारियों की यूनिफॉर्म में बदलाव नहीं किया गया है.
एक सूत्र ने बताया, ‘‘भारतीय सेना ने रेजिमेंट की सीमाओं से परे, वरिष्ठ नेतृत्व के बीच सेवा मामलों में सामान्य पहचान और दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए ब्रिगेडियर और उससे ऊपर के रैंक के अधिकारियों के लिए एक समान वर्दी अपनाने का फैसला किया है.''
'न्यायसंगत संगठन की खासियत को सशक्त करेगा'
इसने कहा, ‘‘यह भारतीय सेना की निष्पक्ष और न्यायसंगत संगठन होने की खासियत को और भी सशक्त करेगा.''
भारतीय सेना में ब्रिगेडियर और ऊपर के अधिकारी वे होते हैं जो पहले से ही यूनिट और बटालियनों की कमान संभाल चुके होते हैं और उनमें से ज्यादातर मुख्यालय या प्रतिष्ठानों में तैनात होते हैं, जहां सभी अंगों और सेवाओं के अधिकारी एक साथ काम करते हैं.
सामान्य पहचान करेगी सुनिश्चित
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना की सच्ची प्रकृति को दर्शाते हुए एक मानक वर्दी वरिष्ठ रैंक के सभी अधिकारियों के लिए एक सामान्य पहचान सुनिश्चित करेगी. विभिन्न प्रकार की वर्दी और साज-सज्जा का भारतीय सेना के संबंधित अंगों, रेजिमेंट और सेवाओं से विशिष्ट संबंध है.
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