परिसीमन, चुनाव और राज्य का दर्जा : गृह मंत्री अमित शाह ने रखा J&K का रोडमैप

अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार का नाम लिए बिना शाह ने कहा कि 70 साल में कश्मीर को 6 सांसद और तीन परिवार मिले थे. देश की आजादी के बाद 70 साल तक लोकतंत्र परिवारवाद की गिरफ्त में था.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

अमित शाह ने अनुच्छेद 370 रद्द करने के बाद पहली बार घाटी का दौरा किया

श्रीनगर:

दो साल पहले अनुच्छेद 370 (Article 370) रद्द करने के बाद शनिवार को पहली बार घाटी (Jammu-Kashmir) का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन होगा, चुनाव भी होगा और राज्य का दर्जा भी वापस मिलेगा. दरअसल, गृहमंत्री तीन दिनों के जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवाओं पर आतंक का साया था. आज कश्मीर के युवा बदलाव की बात कर रहे हैं. खेल और पर्यटन से युवाओं को जोड़ रहे हैं. खेल ही युवाओं को हार और जीत सिखाता है.

यूथ क्लबों के सदस्यों को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अब अनुच्छेद 370 को रद्द करना "अपरिवर्तनीय" है. जम्मू कश्मीर में परिसीमन होगा, चुनाव भी होगा और राज्य का दर्जा भी वापस मिलेगा. यही नहीं, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार का नाम लिए बिना शाह ने परिवारवाद पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि 70 साल में देश को क्या मिला ये मैं कहना नहीं चाहता. लेकिन 70 साल में कश्मीर को 6 सांसद और तीन परिवार मिले थे. देश की आजादी के बाद 70 साल तक लोकतंत्र परिवारवाद की गिरफ्त में था.

अमित शाह के दौरे पर भड़के BJP के साथी दल के मुजफ्फर बेग, कहा- तभी नहीं पहुंच रहा DDC का फंड

Advertisement

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने के बाद कश्मीर में महीनों तक कर्फ्यू लगा रहा और दुनिया में सबसे लंबे समय तक इंटरनेट सेवा बंद रही. इसे लेकर बहुत आलोचना भी हुई. इसका मैं जवाब दूंगा लेकिन पहले मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं. 70 साल तक, तीन परिवारों ने यहां शासन किया. कश्मीर में 40,000 लोग क्यों मारे गए? क्या आपका पास कोई जवाब है?"

Advertisement

शाह ने कहा कि उस दौरान (जब अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था), उन्होंने लोगों को भड़काने की कोशिश की थी. एक साजिश रची गई थी, कुछ विदेशी ताकतें इसमें शामिल थीं. अगर हमने कर्फ्यू नहीं लगाया होता तो कितने पिता अपने छोटे बच्चों के ताबूतों को कंधा देते. कर्फ्यू लगाकर किसे बचाया गया? कश्मीर के युवाओं को बचाया गया.

Advertisement

अमित शाह ने आतंकवाद और कट्टरता पर अधिकारियों से मांगे जवाब, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा पर कड़े सवाल

उन्होंने कहा कि दो साल पहले, कश्मीर से आतंकवाद और पथराव के बारे में खबरें आती थीं। आज वह विकास, शिक्षा, कौशल विकास, युवाओं की अखंडता की आती हैं। वह कश्मीर के युवाओं के साथ दोस्ती करने के लिए कश्मीर का दौरा कर रहे हैं. मोदी जी और भारत सरकार से हाथ मिलाएं और कश्मीर को आगे ले जाने की यात्रा में भागीदार बनें. घाटी के युवाओं को अपनी प्रगति के लिए प्रशासन द्वारा बनाए जा रहे विभिन्न अवसरों का लाभ उठाना चाहिए.

Advertisement

उधर महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट करते हुए केंद्र पर निशाना साधा और कहा गृहमंत्री श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उद्घाटन करते हैं, नए मेडिकल कॉलेज की नींव भी रखते हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि आधे से ज्यादा मेडिकल कॉलेजों को मंज़ूरी कांग्रेस सरकार के दौरान मिल गई थी.  370 हटने के बाद से तो सिर्फ परेशानियां बढ़ी हैं, जम्मू-कश्मीर को अराजकता की ओर धकेल दिया गया है.

जम्मू-कश्मीर दौरे पर गृह मंत्री अमित शाह, सुरक्षा पर उच्चस्तरीय बैठक की

Topics mentioned in this article