पंजाब में चुनाव से पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Sngh) द्वारा नई पार्टी बनाने की घोषणा ने सभी को चौंका दिया है. इस बीच कैप्टन के फैसले पर पंजाब के मंत्री परगट सिंह ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वह पिछले महीने बेवजह कांग्रेस से बाहर होने के बाद भाजपा और उसकी जैसी अन्य "समान विचारधारा वाली पार्टियों" के साथ साझेदारी करने के लिए तैयार हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रतिद्वंदी नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी सहयोगी परगट सिंह को पंजाब में कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद कैबिनेट में शामिल किया गया है.परगट सिंह ने कहा, "मैंने हमेशा कहा था कि कैप्टन भाजपा और अकाली दल के साथ हैं. वह अपना एजेंडा भाजपा से लेते थे."
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बता दें कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह नई पार्टी बनाएंगे. अगर किसान आंदोलन का समाधान उनके हित में हो जाता है तो पंजाब में भाजपा के साथ समझौते को लेकर भी वे विचार करेंगे. साथ ही अकाली समूहों से अलग हुए दलों सहित समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने का भी विचार करेंगे. बता दें, पिछले महीने अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, उसके बाद उन्होंने भाजपा में शामिल होने की संभावना को खारिज कर दिया था. उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने किसानों के आंदोलन पर चर्चा के लिए मुलाकात की थी. मंगलवार शाम को कई ट्वीट करते हुए अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने उनके हवाले से लिखा है, 'जल्द ही पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा करने के लिए अपनी खुद की पार्टी का ऐलान करेंगे. इन लोगों में हमारे किसान भी शामिल हैं जो करीब एक साल से अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं.' एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, 'अगर किसानों के हित में किसान आंदोलन का समाधान हो जाता है तो 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में भाजपा के सीटों के समझौते की संभावना है. इसके अलावा अकाली समूहों से अलग हुए दलों सहित समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने का भी विचार करेंगे.'