मानसून सत्र से पहले केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक
- सरकार ने मानसून सत्र से पहले आयोजित सर्वदलीय बैठक में विपक्ष से सदन के सुचारू रूप से संचालन के लिए सहयोग मांगा.
- कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पहलगाम हमले सहित रक्षा और विदेश नीति पर सरकार से जवाब मांगा और पीएम से संबोधन की उम्मीद जताई.
- विपक्षी गठबंधन के 24 दलों ने मानसून सत्र में पहलगाम हमला, भारत-पाक सैन्य टकराव और बिहार के चुनावी मुद्दे प्रमुखता से उठाने का निर्णय किया है.
संसद के मानसून सत्र से पहले सरकार द्वारा रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण, ओडिशा में कानून-व्यवस्था और पहलगाम आतंकवादी हमले सहित विभिन्न मुद्दे उठाए. सरकार ने सदन के सुचारू संचालन के लिए विपक्षी दलों से सहयोग मांगा. केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा में सदन के नेता जे.पी. नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और उनके कनिष्ठ मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सरकार का प्रतिनिधित्व किया. कांग्रेस के गौरव गोगोई एवं जयराम रमेश, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-शरदचंद्र पवार की सुप्रिया सुले, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के टी आर बालू और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई-ए) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले बैठक में भाग लेने वाले सांसदों में शामिल रहे.
कांग्रेस के गौरव गगोई ने उठाए कई सवाल
सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता गौरव गगोई ने कहा, 'संसद सत्र के दौरान सरकार से अहम सवालों का जवाब सुनने को मिलेगा, कुछ विशेष सवाल उठाएंगे. उम्मीद है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन को सबोधित करेंगे. पहलगाम में जो हुआ, उस पर सरकार को अपनी बात रखनी होगी. सेना को सब एकजुट होकर समर्थन दे. आज अमेरिका से जो बयान आ रहे है वह सेना की गरिमा पर सवाल उठता है. पीएम को इसपर बोलना चाहिए. चुनाव आयोग आज वोट के मुद्दे पर अलग-अलग दलों से बात भी नहीं कर रहा है. सरकार का पक्ष पीएम को रखना चाहिए. रक्षा और विदेश के मुद्दे पर खासकर टू-फ्रंट पर विशेष चर्चा की हम मांग करते है. आज भी पीएम मणिपुर नहीं जा रहे है. हम सकारात्मक चर्चा की उम्मीद करते है.
AAP का फोकस बिहार पर रहा
आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह ने बताया कि उन्होंने बैठक में बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के कथित ‘चुनावी घोटाले' और भारत तथा पाकिस्तान के बीच ‘युद्धविराम' की मध्यस्थता को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे का मुद्दा उठाया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए है और ‘आप' विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ रही है.
बीजद का मुद्दा ओडिशा में कानून-व्यवस्था
सर्वदलीय बैठक में बीजद नेता सस्मित पात्रा ने कहा कि ओडिशा में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, राज्य की भाजपा सरकार असहाय और विफल है. राज्यों में कानून-व्यवस्था की विफलता की जिम्मेदारी से केंद्र बच नहीं सकता, संसद में इस पर बहस होनी चाहिए.
अजित पवार की पार्टी के नेता नहीं हुए शामिल
मानसून सत्र से पहले केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शरद पवार की पार्टी एनसीपी से सुप्रिया सुले, शिवसेना पार्टी से श्रीकांत शिंदे और उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पार्टी शिवसेना से अरविंद सावंत मौजूद थे. हालांकि, अजित पवार की पार्टी का एक भी नेता मौजूद नहीं है. बीड में एक पूर्वनियोजित कार्यक्रम के कारण सुनील तटकरे बैठक में शामिल नहीं हुए.
बता दें कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के 24 दलों के प्रमुख नेताओं ने संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले शनिवार को फैसला किया था कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर' को अचानक रोके जाने, भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव के बीच मध्यस्थता संबंधी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे, बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कई अन्य मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे. जानिए आज सर्वदलीय बैठक में किस पार्टी ने क्या मुद्दा उठाया.