मुंबई हवाई अड्डे पर शनिवार को उस समय एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया, जब एयरलाइन एयर इंडिया का एक विमान रनवे से उड़ान भरने लगा और उसी रनवे पर इंडिगो का विमान उतरने लगा. अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मामले की जांच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के साथ-साथ इंडिगो और एयर इंडिया भी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि दोनों ए320 विमानों पर कुल लगभग 300 यात्री सवार थे. फ्लाइटराडार से प्राप्त डेटा से पता चलता है कि दोनों विमान एक दूसरे से मात्र 509 मीटर की दूरी पर थे.
हवाई अड्डे पर इंडिगो का विमान उसी रनवे 27 पर उतरा, जहां से एयर इंडिया का विमान उड़ान भर रहा था. इंडिगो ने बयान में कहा कि उसे एयर ट्रैफिक कंट्रॉल (एटीसी) से उतरने की अनुमति दे दी थी. वहीं एयर इंडिया ने बयान में कहा कि उसे उड़ान भरने की मंजूरी दी गई थी.
इंडिगो ने बयान में कहा, “आठ जून को इंदौर से इंडिगो की फ्लाइट 6ई 6053 को मुंबई हवाई अड्डे पर एटीसी द्वारा उतरने की मंजूरी दे दी गई. प्रभारी पायलट ने उतरना जारी रखी और एटीसी के निर्देशों का पालन किया.” वहीं एयर इंडिया ने कहा कि उसके विमान को एटीसी ने मंजूरी दे दी थी.
एक ही रनवे पर एक विमान के उतरने और दूसरे विमान के उड़ान भरने का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है. डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं और घटना में शामिल एटीसीओ को पहले ही ड्यूटी से हटा दिया गया है.” मुंबई हवाई अड्डा एकल रनवे पर संचालित होता है, जिसमें दो क्रॉसिंग रनवे हैं.
इंडिगो ने बयान में कहा, “आठ जून को इंदौर से इंडिगो की उड़ान 6ई 6053 को मुंबई हवाई अड्डे पर एटीसी द्वारा उतरने की मंजूरी दी गई. प्रभारी पायलट ने एप्रोच और लैंडिंग जारी रखी और एटीसी के निर्देशों का पालन किया.'
नियमों का पालन नहीं हुआ
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक सूत्र ने कहा कि नियम के अनुसार, प्रस्थान करने वाले विमानों को हवाई पट्टी के अंत को पार करना होता है या मोड़ लेना होता है, जिसके बाद ही एटीसी आने वाले विमानों के लिए उतरने की मंजूरी जारी कर सकता है. उन्होंने कहा, “कथित रूप से इस मामले में इन नियमों का पालन नहीं किया गया.” (भाषा इनपुट के साथ)
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