आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नेक लोगों से दोस्ती और गलत काम करने वालों को नजरअंदाज करने की सलाह दी भागवत ने धर्म को सभी को सुख देने वाला बताया और धर्म की रक्षा को सृष्टि में सद्भाव का आधार माना भागवत ने आत्मनिर्भर राष्ट्र के लिए घर से शुरुआत करने पर जोर दिया. परिवार में बातचीत का महत्व समझाया