बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स मामले में क्लीन चिट मिल गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने इस मामले में चार्जशीट फाइल की है, जिसमें आर्यन और पांच अन्य को क्लीन चिट दी गई है. इनके नाम चार्जशीट में नहीं हैं. इसके बाद राजनीतिक जगत में भी बयानों का दौर तेज हो गया है. आर्यन खान मामले में एनसीबी (NCB) पर हमलावर रहे एनसीपी (NCP) नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने भी प्रतिक्रिया दी है.
नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा कि, "अब जबकि आर्यन खान और 5 अन्य को क्लीन चिट मिल गई है. क्या एनसीबी समीर वानखेड़े, उनकी टीम और प्राइवेट आर्मी के खिलाफ कार्रवाई करेगा? या इन अपराधियों का बचाव करेगा?
वहीं नवाब मलिक की बेटी सना मलिक अपने पिता के बयानों को सही ठहरा रही हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि एक साजिश के तहत शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को फंसाया गया है. सना ने ट्वीट कर लिखा, "फर्जीवाड़े का पर्दाफाश! सत्य की हमेशा जीत होती है!"
एनसीपी के नेता भी जेल में बंद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों को सही ठहरा रहे हैं. एनसीपी प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने आर्यन खान को क्लीन चीट मिलने के बाद कहा कि मंत्री नवाब मलिक पहले दिन से ही इस मामले को लेकर सवाल उठा रहे हैं. क्रास्टो ने ट्वीट कर पूछा, "अगर आर्यन खान बेगुनाह था तो... उसे बिगड़ा हुआ क्यों बताया गया? इसके पीछे क्या उद्देश्य था? यह युवक जिस मानसिक प्रताड़ना से गुजरा है, उसका जिम्मेदार कौन होगा? कई सवाल खड़े होते हैं..."
वहीं एनसीपी के एक और प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि नवाब मलिक इस मामले में फर्जीवाड़े को लेकर बिल्कुल सही थे. पहले दिन से वो इस पूरे केस पर सवाल उठा रहे थे. उनके आरोप बिल्कुल सही निकले. उन्होंने कहा कि इस मामले में समीर वानखेड़े की भूमिका पर भी कई सवाल खड़े होते हैं.
बताया जाता है कि आर्यन के खिलाफ एसआईटी को कोई ठोस सबूत नहीं मिले. सबूत नहीं होने की वजह से जिन लोगों के नाम चार्जशीट में शामिल नहीं हैं, उनमें आर्यन खान के अलावा अविन साहू, गोपाल जी आनंद, समीर साइगन, भास्कर रोड़ा और मानव सिंघल शामिल हैं.
गौरतलब है कि एनसीबी ने आर्यन खान समेत 19 अन्य लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया था. एनसीबी ने तीन अक्टूबर को आर्यन को मुंबई के तटीय इलाके में एक क्रूज जहाज से गिरफ्तार किया था. हालांकि, बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था.