सी-295 परिवहन विमान का मिलना भारतीय वायुसेना के लिए नये युग की शुरुआत : वायुसेना के पूर्व प्रमुख

सी-295 ‘मध्यम सामरिक परिवहन विमान’ को सोमवार को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया

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सी-295 परिवहन विमान.
गाजियाबाद:

वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) आरकेएस भदौरिया ने सोमवार को कहा कि सी-295 परिवहन विमान का शामिल होना ‘‘वायुसेना के लिए एक नए युग की शुरुआत है'' और आने वाले समय में इन विमानों का बेड़ा बल की सामरिक क्षमता की रीढ़ बन जाएगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में यहां हिंडन स्थित वायुसेना के अड्डे पर आयोजित कार्यक्रम में पहले सी-295 ‘मध्यम सामरिक परिवहन विमान' को सोमवार को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी कार्यक्रम में शामिल हुए.

भदौरिया ने कहा कि यह विमान ‘‘अत्याधुनिक'' और ‘‘बेहद सक्षम'' है. उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘यह भारतीय वायुसेना के लिए एक बेहद खास दिन है क्योंकि एवरो बेड़े को बदलना बेहद अहम जरूरतों में शुमार था. इस दृष्टिकोण से, यह समारोह सामरिक परिवहन क्षमता के मामले में वायुसेना के लिए एक नए युग की शुरुआत है.''

भदौरिया ने कहा कि यह बेड़ा आने वाले समय में ‘‘सामरिक परिवहन क्षमता की रीढ़'' बन जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘‘इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि निजी क्षेत्र में स्वदेशी विनिर्माण के साथ, यह लंबे समय में रखरखाव आदि के दृष्टिकोण से निजी उद्योग और वायुसेना के लिए एक ‘गेम चेंजर' साबित होगा.''

‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' ने पहला सी-295 परिवहन विमान भारतीय वायुसेना के प्रमुख को 13 सितंबर को सौंपा था.

भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से सरकार ने ‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी' के साथ दो साल पहले 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का सौदा किया था. ये विमान पुराने होते एवरो-748 बेड़े का स्थान लेंगे.

यह विमान 20 सितंबर को वडोदरा पहुंचा था. कुछ दिन पहले ही स्पेन के दक्षिणी शहर सिवेले में इसे भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था. दोनों कंपनियों के बीच एक औद्योगिक साझेदारी के तहत एयरबस सेविले स्थित अपने उत्पादन संयंत्र से ‘फ्लाई-अवे' (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 सी295 विमानों की 2025 तक आपूर्ति करेगा. इसके बाद शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड'(टीएएसएल) द्वारा वडोदरा में किया जाएगा.

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भदौरिया ने कहा, ‘‘यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि परिवहन बेड़े के मामले में यह देश में निर्मित होने वाला पहला परिवहन विमान है, और वह भी निजी क्षेत्र में. तो, उस दृष्टिकोण से भी और उद्योग के दृष्टिकोण से, यह एक बहुत बड़ा ‘मील का पत्थर' है.''

इस बीच, अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि सी-295 सामरिक परिवहन विमान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले वायुसेना दिवस समारोह में भाग ले सकता है.

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वार्षिक वायुसेना दिवस परेड और हवाई प्रदर्शन आठ अक्टूबर को होता है. वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘विमान प्रयागराज में आयोजित होने वाले वायुसेना दिवस समारोह का हिस्सा होगा.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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