Wedding Season : देश में 14 नवंबर से 13 दिसंबर के बीच करीब 25 लाख शादियां हो रही है. खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने यह अनुमान जताया है. इसमें करीब डेढ़ लाख शादियां (Delhi NCR Wedding Season) अकेले दिल्ली में हो रही हैं. हालांकि शादियों में इन दिनों में कोविड मानकों का पालन नहीं दिख रहा है. लोग बिना मास्क लगाए बेरोकटोक घूम रहे हैं.पुलिस और प्रशासन का रुख भी ज्यादा सख्त नहीं दिख रहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि गेस्ट हाउस या वैवाहिक आयोजनों के अन्य स्थानों पर कोविड के उचित मानकों का ठीक ढंग से पालन नहीं हो रहा है. ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते खतरे के बीच यह बड़ी मुसीबत बन सकता है.
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भीड़ को लेकर अब कोई मानक भी नहीं माने जा रहे हैं. ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. भले ही दिल्ली-एनसीआर समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में कोरोना के मामले बेहद कम हों, लेकिन बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कोई जोखिम मोल लेना समझदारी भरा नहीं है. एम्स के पूर्व निदेशक एमसी मिश्रा ने कहा कि त्योहारों के बाद शादियों का यह सीजन आर्थिक और कारोबारी दृष्टि से ठीक है, इन पर पाबंदी तो नहीं लगाई जा सकती. लेकिन कोविड एप्रोप्रिएड बिहैवियर में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए.
शादी-ब्याह में भी फेसमास्क, सैनिटाइजर, हैंडवाश जैसी सामान्य बुनियादी बातों का ही पालन नहीं हो रहा है. यह चिंताजनक है. कोरोना के मामले कम होने के साथ लोग एक बार फिर बेपरवाह हो गए हैं. लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के वक्त भी अचानक से मामले बढ़े थे और फिर हालात बेकाबू हो गए थे. ऐसे में हमें किसी भी तरह की लापरवाही से बचना चाहिए.
संभव है कि विदेश यात्रा से आ रहे तमाम लोग भी इन शादी ब्याह के आयोजनों में शामिल हो रहे हों, ऐसे में ओमिक्रॉन को लेकर किसी भी तरह लापरवाही भारी पड़ सकती है. प्रशासनिक और स्वास्थ्य एजेंसियों को न सिर्फ हवाई अड्डों पर आने वाले लोगों की जांच करनी चाहिए. बल्कि देश के अंदर भी कोविड के मानकों के पालनों का सही तरीके से पालन करने को फिर से थोड़ी सख्त निगरानी करनी होगी.
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल का कहना है कि 14 नवंबर से शुरू एक महीने में देश भर में 25 लाख शादियां और दिल्ली में लगभग 1.5 लाख शादियों का अनुमान है. इसमें 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार हो सकता है.
अकेले दिल्ली में इस सीजन में लगभग 1.5 लाख से ज्यादा शादियों होने का अनुमान है, जिससे दिल्ली में ही लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना है. नवंबर महीने में 14 , 28 , 29 एवं 30 नवम्बर तथा दिसंबर के महीने में 1 , 6 , 7 , 8 , 9 , 11 , 12 एवं 13 दिसंबर है. अगले साल 2022 में भी 14 जनवरी के बाद से शादियों के अनेक मुहूर्त हैं.