गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर में 140 हथियार किए गए सरेंडर

Manipur Violence : कहा गया था कि यदि सुरक्षा कर्मियों द्वारा तलाशी अभियान के दौरान या अन्यथा किसी भी व्यक्ति के पास अनाधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाया जाता है, तो उसके खिलाफ हथियार कानून 1959 और नियमों के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
Violence in Manipur: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह.
इंफाल:

मणिपुर में हिंसा के बाद शांति कायम करने की कोशिशों का बड़ा असर हुआ है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की अपील के बाद प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर एक जून को 140 हथियार सरेंडर किए गए हैं. गृह मंत्री ने 24 घंटे पहले ही अपील की थी कि जिनके पास भी हथियार हैं वो खुद ही आकर पुलिस को सौंप दें नहीं तो राज्य में हथियारों की जब्ती के लिए पुलिस जांच अभियान चलाएगी.

सरकार ने सभी से अपील कर कहा था कि वो उन हथियारों को लौटा दें, जो सुरक्षाबलों से लूटे गए हैं. उन्होंने चेतावनी दी थी कि किसी भी व्यक्ति के पास अगर अनाधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Advertisement

सरकार ने कहा था, "मैं सभी संबंधित लोगों से अपील करता हूं कि घाटी और पहाड़ी जिलों में सशस्त्र पुलिस बटालियन, पुलिस थानों आदि से लूटे गए हथियार और गोला-बारूद जल्द से जल्द नजदीकी पुलिस थाने या मणिपुर राइफल्स/इंडियन रिजर्व बटालियन, आदि में सौंप दें.''

Advertisement

'सख्ती की जगह सख्ती, मरहम की जगह मरहम', मणिपुर हिंसा पर एक्शन में गृहमंत्री अमित शाह

मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा, "यदि सुरक्षा कर्मियों द्वारा तलाशी अभियान के दौरान या अन्यथा किसी भी व्यक्ति के पास अनाधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाया जाता है, तो उसके खिलाफ हथियार कानून 1959 और नियमों के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''

Advertisement

इसे भी पढ़ें:

मणिपुर : CM बीरेन सिंह ने जनता से की सुरक्षाबलों से लूटे गए हथियार लौटाने की अपील

मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग का होगा गठन, बनाई जाएगी शांति समिति: अमित शाह

Featured Video Of The Day
Waqf Law: वक्फ कानून पर लाइव डिबेट में Supreme Court के वकीलों में बहस | NDTV India
Topics mentioned in this article