मणिपुर में हिंसा के बाद शांति कायम करने की कोशिशों का बड़ा असर हुआ है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की अपील के बाद प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर एक जून को 140 हथियार सरेंडर किए गए हैं. गृह मंत्री ने 24 घंटे पहले ही अपील की थी कि जिनके पास भी हथियार हैं वो खुद ही आकर पुलिस को सौंप दें नहीं तो राज्य में हथियारों की जब्ती के लिए पुलिस जांच अभियान चलाएगी.
सरकार ने सभी से अपील कर कहा था कि वो उन हथियारों को लौटा दें, जो सुरक्षाबलों से लूटे गए हैं. उन्होंने चेतावनी दी थी कि किसी भी व्यक्ति के पास अगर अनाधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने कहा था, "मैं सभी संबंधित लोगों से अपील करता हूं कि घाटी और पहाड़ी जिलों में सशस्त्र पुलिस बटालियन, पुलिस थानों आदि से लूटे गए हथियार और गोला-बारूद जल्द से जल्द नजदीकी पुलिस थाने या मणिपुर राइफल्स/इंडियन रिजर्व बटालियन, आदि में सौंप दें.''
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मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा, "यदि सुरक्षा कर्मियों द्वारा तलाशी अभियान के दौरान या अन्यथा किसी भी व्यक्ति के पास अनाधिकृत हथियार और गोला-बारूद पाया जाता है, तो उसके खिलाफ हथियार कानून 1959 और नियमों के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''
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