Yoga for beginners at home: भारत की प्राचीन धरोहर योग और आसन के अनगिनत फायदे हैं. इनमें शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के फायदे शामिल हैं. इस वैज्ञानिक तथ्य को अब पूरी दुनिया के लोग मान रहे हैं और अपनी जिंदगी में योग को शामिल कर रहे हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान भी डॉक्टर्स ने रोजाना योग अभ्यास करने की सलाह दी. इसको अपनाकर लोगों ने सेहत को ठीक किया. योग की तमाम अच्छाइयों के बावजूद कई लोग उम्र समेत कई कारणों से योग की शुरुआत करने में हिचकते हैं.
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जानकारों के मुताबिक, योग और आसन को जितनी जल्दी हो अपने जीवन में और रोजाना की आदत में शामिल कर लेना चाहिए. क्योंकि बचपन में अच्छी आदत लगने पर वह जल्दी छूटता नहीं और दूसरा कि बच्चों के शरीर के लचीले होने से आसनों को सही से किए जाने की ज्यादा संभावना होती है. हालांकि, उम्र बढ़ने के बाद भी योग और आसनों का अभ्यास मुश्किल नहीं है, लेकिन बिगिनर्स को फिजिकल स्ट्रेस से बचने के लिए सावधानी के साथ और कुछ खास आसनों के साथ योग के प्रैक्टिस की शुरुआत करनी चाहिए.
बिगिनर्स के लिए योग के पांच आसान आसन (5 easy yoga postures for beginners)
अधो मुख श्वानासन- नीचे झांक रहे श्वान यानी डॉग की तरह बॉडी पोस्चर करने को अधो मुख श्वानासन कहा जाता है. यह आसन हाथ-पैर की मांसपेशियों के साथ ही पेट को मजबूत करने में काफी मददगार होता है. इसे करने के लिए अपने हाथ, घुटने, पैर और गर्दन को सांसों की लय के मुताबिक कुछ स्ट्रेचिंग स्टेप्स परफॉर्म करना होता है. इसमें आंखों की एक्सरसाइज भी शामिल होती है.
ताड़ासन- पैरों को मजबूती देने, लंबाई बढ़ाने, शरीर को सुडौल बनाने यानी पोस्चर को अलाइन करने में ताड़ासन की बड़ी भूमिका है. यह बहुत ही आसान है और खड़े होकर किया जाता है. इसमें रीढ़ की हड्डी, गर्दन और आंखों की कसरत भी हो जाती है.
त्रिकोणासन- त्रिकोणासान का नियमित अभ्यास पैरों को मजबूत करता है. यह कमर और कूल्हों के साथ ही छाती और कंधों की जकड़न को भी खोलता है. इससे शरीर का संतुलन भी बढ़ता है. त्रिकोणासन के लिए कई फिजिकल स्टेप्स को फॉलो करने पड़ते हैं.
उत्तानासन- अगर आप ज्यादा दौड़ने वाला व्यायाम नहीं कर पाते हैं तो उत्तानासन से नसों के स्ट्रैचिंग का फायदा उठा सकते हैं. इस आसन को करने से तनाव से राहत और आराम मिलने के साथ ही अनिद्रा की दिक्कत भी दूर होती है. उत्तानासन को बैठकर और खड़े होकर भी किया जा सकता है.
शवासन- आम तौर पर योग आसनों के अभ्यास के आखिर में शवासन करना चाहिए. इससे सांस लेने, तनाव और ब्ड प्रेशर को कम करने, ध्यान करने, मानसिक एकाग्रता बढ़ाने और अवसाद से बचे रहने में मदद मिलती है. पीठ के बल शव की तरह लेटकर किए जाने वाले इस आसन को रिलैक्शेसन का अचूक उपाय बताया गया है.
योग के पूरे सेशन के दौरान अपनी मुस्कान बनाए रखें
इन सभी आसनों को शुरुआत में कम समय से शुरू करने के बाद धीरे-धीरे समय बढ़ाना चाहिए. सबसे अच्छा होगा कि किसी प्रशिक्षित योग शिक्षक की मौजूदगी में शुरुआत करें. नहीं तो यूट्यूब पर किसी प्रमाणित टीचर के वीडियो से गाइडेंस लेकर आसानी से शुरुआत करना चाहिए. अगर योग से जुड़ी कोई बेहतर किताब को अभ्यास से पहले पढ़ लें तो और ज्यादा सुविधा हो सकती है. योग के पूरे सेशन के दौरान अपनी मुस्कान बनाए रखें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)