World Cancer Day 2022: 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पता लगाने और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है. विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर से होने वाली बीमारी और मृत्यु दर को कम करना है.
'कैंसर' आमतौर पर असहायता, हताशा और मृत्यु के भय की भावना से जुड़ा होता है. इसका एक महत्वपूर्ण कारण यह गलत धारणा है कि कैंसर लाइलाज है. हालांकि यह एडवांस स्टेज (स्टेप IV) में पाए गए कैंसर के लिए सही हो सकता है. शुरुआती चरणों में निदान किए गए और एडवांस स्टेज में भी कुछ कैंसर के इलाज की काफी अच्छी संभावना है. इसकी तुलना हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से करें जो लाइलाज हैं - केवल दवा और लाइफस्टाइल में बदलाव से कंट्रोल होते हैं.
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कैंसर की घटनाएं बढ़ रही हैं; यह बदलती लाइफस्टाइल, खान-पान की आदतों, फिजिकल एक्टिविटीज की कमी जैसे कारकों के संयोजन के कारण है. तंबाकू का सेवन, किसी भी रूप में, कई कैंसर के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारण और जोखिम कारक है, लेकिन महत्वपूर्ण रूप से ओरल कैविटी, वॉयस बॉक्स, फेफड़े और भोजन नली के कैंसर के लिए जोखिम कारक है.
कैंसर के खतरे को कम करने के लिए निवारक उपाय हैं:
- सभी रूपों में तंबाकू के सेवन से बचना.
- नियमित शारीरिक गतिविधि - हेल्दी वेट बनाए रखना.
- सब्जियों और फलों का नियमित सेवन.
- शराब से बचें.
- त्वचा की रक्षा करें.
- नियमित स्वास्थ्य जांच.
प्रारंभिक निदान उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि कैंसर में सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए रोकथाम. कैंसर के बारे में जागरूकता शीघ्र निदान की कुंजी है. यहां कुछ चेतावनी संकेतों के बारे में जानें.
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खांसी - नियमित उपचार पर भी ठीक न होना.
थूक, मल या मूत्र खून आना.
मासिक धर्म के बीच और मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग.
स्तन में गांठ
शरीर में कहीं भी गांठ - खासकर अगर आकार में अचानक वृद्धि हो
जल्दी न भरने वाला घाव.
मसूड़ों से खून बहना
आवाज में बदलाव - नियमित उपचार पर भी ठीक न होना.
अचानक वजन घटना और भूख न लगना
नीचे बताई गई परिस्थितियों में शीघ्र निदान और कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने के लिए कैंसर की जांच की वकालत की जाती है:
- स्तन कैंसर की जांच के साथ ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन, नर्स या चिकित्सक द्वारा एनुवल फिजिकल टेस्ट और 45 वर्ष की आयु के बाद सोनो मैमोग्राफी.
- बड़ी आंत के कैंसर के उच्च जोखिम वाले लोगों में कोलोनोस्कोपी
- धूम्रपान करने वालों के लिए लो डोज वाला सीटी स्कैन
- 50 वर्ष की आयु के बाद प्रोस्टेट के कैंसर के लिए सीरम पीएसए - मूत्र रोग विशेषज्ञ से चर्चा करने के बाद.
(डॉ राजेश मिस्त्री, डायरेक्टर, ऑन्कोलॉजी, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल मुंबई)
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