World Breastfeeding Week: महामारी के दौरान नई मांओं के लिए जरूरी टिप्स, जानें क्या करें और क्या न करें

World Breastfeeding Week: वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, कुछ गर्भवती महिलाओं या नई माताओं को अवसाद या चिंता हो सकती है, खासकर अगर वह पॉजिटिव हो जाती है या हल्के लक्षणों से पीड़ित होती है. इसलिए, रोजमर्रा की चिंताओं को दूर रखने के लिए साथी और परिवार का समर्थन जरूरी है.

विज्ञापन
Read Time: 21 mins
World Breastfeeding Week: अपने बच्चे को छूने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं.

World Breastfeeding Week 2021: कोरोनावायरस महामारी और उसके बाद के लॉकडाउन विशेष रूप से गर्भवती और नई माताओं के लिए कठिन रहे हैं. उनके लिए प्रमुख चिंता में अपने शिशु को स्तनपान कराना है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर एक मां का कोविड-19 का इलाज चल रहा है, तो वह कुछ सावधानियों का पालन करते हुए बच्चे को दूध पिला सकती है. वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, कुछ गर्भवती महिलाओं या नई माताओं को अवसाद या चिंता हो सकती है, खासकर अगर वह पॉजिटिव हो जाती है या हल्के लक्षणों से पीड़ित होती है. इसलिए, रोजमर्रा की चिंताओं को दूर रखने के लिए साथी और परिवार का समर्थन जरूरी है. फिर भी कई माताओं के मन में अभी सवाल है कि महामारी के दौरान अपना और बच्चे के बचाव के लिए क्या करें और क्या न करें.

ऑयली स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाने के लिए 5 आसान ट्रिक्स, ऐसे बनाएं ऑयली स्किन केयर रुटीन

एहतियात (Precaution)

इन टिप्स को फॉलों करें

  • अपने बच्चे को छूने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं.
  • नर्सिंग के दौरान मास्क पहनें.
  • अपने ब्रेस्ट पंप या बोतल के हिस्सों को छूने से पहले अपने हाथ धो लें. प्रत्येक उपयोग के बाद सभी भागों को साफ और कीटाणुरहित करें.
  • बच्चे को दोनों स्तनों से 10 मिनट तक दूध पिलाएं और तुरंत बच्चे को अटेंडेंट को दें.
  • दोनों स्तनों से समान रूप से दूध पिलाएं.
  • हाथों पर खिंचाव से बचने के लिए बैक सपोर्ट और पिलो के लिए फीडिंग चेयर.
  • मां और बच्चे के बीच 6 फीट की दूरी, यानी अलग-अलग कमरे.
  • साथी और परिवार के सदस्यों को सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों की देखभाल करनी चाहिए.

दिमाग को भी पोषण देता है घी हार्ट को रखता है हेल्दी, जानें अपने खाने में कितना घी मिलाना चाहिए

Advertisement

बिल्कुल न करें ये गलतियां

  • अगर आप पॉजिटिव हैं या हल्के लक्षण हैं तो अपने आप को बच्चे के सामने अधिक रखना.
  • व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ समझौता.

अनुशंसित आहार

  • मां का दूध पहले टीकाकरण के रूप में कार्य करता है, जो नवजात को संपूर्ण पोषण और संक्रमण के इम्यूनिटी प्रदान करता है. यहां नई माताओं के लिए कुछ डाइट संबंधी सिफारिशें दी गई हैं:
  • सुनिश्चित करें कि पालक जैसी ताजी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करें और हाई प्रोटीन डाइट बनाए रखें. डाइट में दालें, छोले, अंकुरित अनाज, ओट्स, सौंफ, लौकी, सहजन के पत्ते शामिल करें. ये ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाते हैं.
  • भोजन करने से पहले ताजा तैयार जूस, सूप और स्नैक्स जैसे ब्रेड या रस्क के रूप में शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बनाए रखें.
  • विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स का सेवन करें.
  • इम्यूनिटी बढ़ाने वाली चीजों का सेवन करें.
  • मसालेदार भोजन से बचें क्योंकि यह एसिडिटी का कारण बनता है और बच्चे को प्रभावित कर सकता है. साथ ही ज्यादा आम खाने से बचें क्योंकि इससे एसिडिटी भी होती है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement

हेल्थ की और खबरों के लिए जुड़े रहिए

वजन कम करना चाहते हैं और इन 5 अच्छी आदतों को नहीं अपनाया, तो बिल्कुल भी नहीं घटेगा फैट

Advertisement

नवजात शिशुओं में होने वाली 6 सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं, हर पेरेंट्स को होनी चाहिए पता

Weight Loss: टोंड बेली पाने के लिए रनिंग करते समय इन आसान टिप्स को फॉलो करें

Featured Video Of The Day
Champions Trophy 2025 Update: भारत किस देश में खेलेगा चैंपियंस ट्रॉफी, PCB ने लिया फैसला