उत्तराखंड सहित हिमालय क्षेत्र भूकंप के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील और उच्च जोखिम वाले इलाकों में आता है. पिछले पांच सौ वर्षों में उत्तराखंड में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है, जिससे सेंट्रल सिस्मिक गैप बन गया है. उत्तराखंड, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में जमा भूकंपीय ऊर्जा का केवल एक छोटा हिस्सा ही रिलीज़ हुआ है.