World Brain Tumour Day 2023: विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस हर साल 8 जून को मनाया जाता है. इस दिन दुनिया भर में ब्रेन ट्यूमर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और शुरुआती पहचान और समय पर इलाज के महत्व पर जोर दिया जाता है. इस वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे की थीम है "अपने आप को सुरक्षित रखें तनाव से दूर रखें." है.
ब्रेन ट्यूमर ब्रेन या उसके आसपास सेल्स की अब्नॉर्मल ग्रोथ है. ब्रेन ट्यूमर कैंसर या नॉन-कैंसर हो सकता है. कोई अब्नॉर्मल ग्रोथ ब्रेन के अंदर दबाव का कारण बनती है. डॉ अनुराग सक्सेना बताते हैं, "ब्रेन ट्यूमर ब्रेन एक मास या सेल्स का जमाव है जो अनकंट्रोल तरीके से बढ़ता है, ब्रेन टिश्यू के भीतर एक ट्यूमर बनाता है. यह ध्यान रखना जरूरी है कि स्पेसिफिक ब्रेन पर ब्रेन ट्यूमर के प्रभाव इंडिविजुअल फैक्टर्स और ट्यूमर की के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं." अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है और जानलेवा हो सकता है.
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इसलिए समय पर इलाज के बाद शीघ्र पहचान करना जीवन को बचाने में बड़ी भूमिका निभाती है. विश्व मस्तिष्क ट्यूमर दिवस 2023 पर, डॉ. रवि सुमन रेड्डी ने बताया कि कई कारणों से ब्रेन ट्यूमर का समय पर इलाज बहुत जरूरी है.
ब्रेन ट्यूमर का समय पर इलाज जल्द क्यों करना चाहिए?
1. ट्यूमर ग्रोथ को बढ़ाने में मदद मिलती है: ब्रेन ट्यूमर आक्रामक हो सकते हैं और जल्दी से आकार में बढ़ सकते हैं, जिससे ब्रेन के भीतर दबाव बढ़ जाता है. समय पर उपचार जैसे सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी का उद्देश्य ट्यूमर को हटाना या सिकोड़ना है, जिससे आगे बढ़ने और संभावित रिस्क को कम किया जा सके.
2. लक्षण को मैनेज किया जा सकता है: ब्रेन ट्यूमर कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है, जिसमें सिरदर्द, दौरे, कॉग्नेटिव चेंजेस, संतुलन की समस्याएं शामिल हैं. शीघ्र उपचार इन लक्षणों को कम कर सकता है और रोगी की लाइफ क्वालिटी में सुधार कर सकता है.
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3. न्यूरोलॉजिकल डैमेज को रोक सकता है: ब्रेन ट्यूमर आसपास के ब्रेन टिश्यू पर दबाव डाल सकता है, जिससे न्यूरोलॉजिकल कमी हो सकती है. अगर अनकंट्रोल छोड़ दिया जाता है, तो यह दबाव ब्रेन स्ट्रक्चर को डैमेज कर सकता है और . समय पर उपचार इन जटिलताओं को रोकने या कम करने में मदद कर सकता है.
4. बेहतर डायग्नोस में मददगार: आमतौर पर शुरुआती में ही पहचान करने और उपचार बहतर रिजल्ट देते है. देरी से इलाज होने पर ट्यूमर काफी बढ़ सकता है, जिससे इसे पूरी तरह से हटाने या प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए चुनौतीपूर्ण बन सकता है.
5. ट्रीटमेंट ऑप्शन: समय पर डायग्नोस से इलाज के विकल्प मिलते हैं. ट्यूमर निकालने के लिए सर्जिकल, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी ट्रीटमेंट के तौर-तरीकों में से कुछ हैं.
6. इलाज की क्षमता: कुछ ब्रेन ट्यूमर खासकर से जिन्हें जल्दी पता चल जाता है और जिनका तुरंत इलाज किया जाता है, का इलाज किया जा सकता है. ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी, अगर जरूरी हो तो इलाज के बाद बीमारी को कंट्रोल किया हो सकता है.
"ट्रीटमेंट स्ट्रेटजी का उद्देश्य सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और सपोर्टिव केयर के जरिए इन नुकसानों को मैनेज या कम करना है. हमें संभावित लक्षणों और जोखिम कारकों से अवगत होना जरूरी है और अगर कोई संकेत पैदा होता है तो तुरंत इलाज पर ध्यान देना जरूरी है." डॉ सक्सेना कहते हैं.
(डॉ अनुराग सक्सेना, एचओडी न्यूरोसर्जरी, एचसीएमसीटी मणिपाल अस्पताल, द्वारका)
(डॉ. रवि सुमन रेड्डी, सलाहकार न्यूरो और स्पाइन सर्जन, यशोदा अस्पताल हैदराबाद)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.