Best Test For Diabetes: डायबिटीज मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. भारत में फिलहाल 10 करोड़ से ज्यादा लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. डायबिटीज का पता लगाने के लिए ब्लड में ग्लूकोज लेवल की जांच की जाती है. अगर टेस्ट में आपके खून में ग्लूकोज लेवल तय सीमा से ज्यादा पाया जाता है तो आपको डायबिटीज की बीमारी है. अब सवाल यह उठता है कि ब्लड में ग्लूकोज की कितनी मात्रा को सामान्य माना जा सकता है, आखिर नॉर्मल शुगर लेवल कितना होता है? इसके अलावा यह भी कंफ्यूजन रहता है कि डायबिटीज का पता लगाने के लिए कौन सा टेस्ट सबसे बेस्ट है. एनडीटीवी ने इस बारे में एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. संदीप खरब से बातचीत की.
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नार्मल शुगर लेवल कितना होता है? (what Is The Normal Sugar Level?)
खाली पेट में अगर आपका ब्लड ग्लूकोज लेवल 100 से कम है तो यह नॉर्मल रेंज में आता है. वहीं खाने के दो घंटे बाद 140 से कम ब्लड ग्लूकोज लेवल रहने का मतलब है कि आपको डायबिटीज की बीमारी नहीं है.
डायबिटीज के लिए टेस्ट (Tests For Diabetes)
डॉ. संदीप खरब बताते हैं कि डायबिटीज का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट किए जा सकते हैं. खाली पेट और खाने के दो घंटे बाद ब्लड शुगर की जांच कराई जाती है. इसके अलावा एचबीएवनसी (HbA1c) टेस्ट के जरिए पिछले तीन महीने का औसत ब्लड ग्लूकोज लेवल के बारे में पता लगाया जा सकता है. ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस (ओजीटी) टेस्ट के जरिए भी डायबिटीज की बीमारी का पता लगाया जाता है.
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खाली पेट शुगर टेस्ट:
डायबिटीज का पता लगाने के लिए खाली पेट में ब्लड टेस्ट कराया जा सकता है. इस टेस्ट में अगर किसी व्यक्ति का ब्लड ग्लूकोज लेवल 100 से कम है तो उसे डायबिटीज नहीं है. वहीं 100 से 125 शुगर लेवल वालों को प्रीडायबिटीज और 126 से ज्यादा वाले लोग डायबिटीज का शिकार होते हैं.
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ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (ओजीटी)
इस टेस्ट में व्यक्ति को ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज पिलाकर शरीर को उसे मैनेज करने की क्षमता का पता लगाया जाता है. करीब 75 ग्राम ग्लूकोज पिलाने के दो घंटे बाद ब्लड सैंपल लेकर खून में ग्लूकोज लेवल की जांच की जाती है. इस टेस्ट में 140 से कम ब्लड ग्लूकोज लेवल को नॉर्मल माना जाता है. वहीं 140-199 के बीच ब्लड ग्लूकोज रहने पर व्यक्ति को प्रीडायबिटिक माना जाता है. डायबिटीज से ग्रसित लोगों का ब्लड शुगर लेवल इस टेस्ट में 200 से ज्यादा रहता है.
एचबीएवनसी (HbA1c) टेस्ट
इस टेस्ट के जरिए पिछले तीन महीने के औसत ब्लड ग्लूकोज लेवल का पता चल जाता है. इस टेस्ट में 5.7 प्रतिशत से कम ब्लड ग्लूकोज लेवल को नॉर्मल माना जाता है. वहीं 5.7 से 6.4 प्रतिशत के रेंज में प्रीडायबिटिक लोग आते हैं. इस टेस्ट में डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति का ब्लड ग्लूकोज लेवल 6.5 प्रतिशत से ज्यादा आता है. इन बिटवीन रेंज में ब्लड ग्लूकोज लेवल आने पर डॉ. संदीप टेस्ट रिपीट करने की सलाह देते हैं.
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कौन सा टेस्ट सबसे बेस्ट होता है?
डायबिटीज का पता लगाने के लिए सबसे बेस्ट टेस्ट के बारे में पूछे जाने पर डॉ. संदीप खरब ओरल ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट (ओजीटीटी) की सलाह देते हैं. हालांकि, उन्होंने तीनों टेस्ट करवाना सबसे बेस्ट बताया जिससे मरीज को खाली पेट से लेकर खाने के बाद और तीन महीने के औसत ब्लड ग्लूकोज लेवल के बारे में जानकारी मिल सके.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)