Weight Loss: क्या है मोटापा कम करने वाली बॉडी स्कल्पटिंग तकनीक? जानिए कैसे करती है काम और कितनी कारगर

Body Sculpting Procedures: पिछले कुछ सालों में बॉडी स्कल्पटिंग या कूल स्कल्पटिंग नामक तकनीक काफी चलन में आ गई है. इस तकनीक में बर्फ के एप्लीकेटर के जरिए कमर, कूल्हों, जांघों और यहां तक कि डबल चिन की चर्बी और फैट सेल्स को कम तापमान के जरिए नष्ट करने की बात कही जाती है.  

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Body Sculpting: बॉडी स्कल्पटिंग की प्रोसेस को 2010 में FDA की मान्यता मिल गई थी.

Body Sculpting For Weight Loss: मोटापे की समस्या तेजी से फैलती जा रही है. हालांकि मोटापा दूर करने के लिए सही डाइट, एक्सरसाइज और घरेलू नुस्खों समेत कई उपाय मौजूद हैं. वहीं कुछ लोग बेरिएटिक सर्जरी (Bariatric Surgery) से बॉडी फैट को कम करवाते हैं लेकिन वो बहुत ही लंबी और दर्दनाक हो सकती है. पिछले कुछ सालों में बॉडी स्कल्पटिंग या कूल स्कल्पटिंग नामक तकनीक काफी चलन में आ गई है. इस तकनीक में बर्फ के एप्लीकेटर के जरिए कमर, कूल्हों, जांघों और यहां तक कि डबल चिन की चर्बी और फैट सेल्स (Fat Cells) को कम तापमान के जरिए नष्ट करने की बात कही जाती है.

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बॉडी स्कल्पटिंग को ज्यादातर लोग कूल स्कल्पटिंग ही कहते हैं. इसमें एक्स्ट्रा फैट (Extra Fat) या चर्बी वाले सेल्स को बिना सर्जरी की मदद के ठंडे एप्लिकेटरों के जरिए नष्ट कर दिया जाता है. सेल्स को खत्म करने की प्रोसेस को एपॉटिटस कहते हैं और इस प्रोसेस में 3 से 6 महीने में टारगेट फैट सेल्स नष्ट कर दिए जाते हैं.

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2010 में मिली थी मान्यता:

बॉडी स्कल्पटिंग की प्रोसेस को 2010 में FDA की मान्यता मिल गई थी. हालांकि पहले ये काफी खर्चीली प्रोसेस थी और अब चूंकि इसे ज्यादा करवाया जा रहा है इसलिए इसका खर्चा थोड़ा कम हो गया है, लेकिन ये तकनीक इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसे पसंद करने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है.

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कैसे काम करती है बॉडी स्कल्पटिंग? | How Does Body Sculpting Work?

बॉडी स्कल्पटिंग में बर्फ की सिकाई करने वाले एप्लीकेटर प्रभावित जगह पर लगाए जाते हैं. ये स्किन को ठंडा करते हैं और तब तक करते हैं जब तक ठंडक स्किन के अंदर के फैट सेल्स तक ना पहुंच जाए. इससे स्किन सिकुड़ती है और टारगेट एरिया के फैट सेल्स बेहद कम तापमान होने पर नष्ट हो जाते हैं. यानी फ्रीजिंग तकनीक के जरिए फैट सेल्स नष्ट किए जाते हैं इसके लिए सबसे पहले त्वचा साफ की जाती है.

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Weight Loss: इस तकनीक के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

इसके बाद उसे सेफ रखने के लिए स्पेशल जेल लगाया जाता है. इसके बाद प्रभावित जगह पर एप्लीकेटर लगाए जाते हैं. एप्लिकेटर 35 से 45 मिनट तक के लिए लगाए जाते हैं. एप्लिकेटर हटाने के बाद त्वचा को वापिस सामान्य करने के लिए प्रभावित स्थान पर मसाज की जाती है. डॉक्टर कहते हैं कि एक सेशन में कुल मिलाकर एक घंटा लगता है और दो सेशन के बाद परिणाम दिखने लगता है.

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बॉडी स्कल्पटिंग के साइड इफेक्ट | Side Effects Of Body Sculpting

इस तकनीक के कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं. त्वचा संवेदनशील है तो ज्यादा सूजन की वजह से दिक्कत आ सकती है. कुछ लोगों को फ्रास्ट बाइट (ठंड की वजह से होने वाली दिक्कत) और कुछ लोगों को सेल्स में दर्द की शिकायत भी हो सकती है.

कितना खर्च लगता है?

बॉडी स्कल्पटिंग की फीस को लेकर मार्केट में अलग अलग दावे हैं लेकिन इसका खर्चा 40 हजार से लाखों तक जा सकता है. एक सेशन में 40 हजार का खर्चा आता है और बॉडी के किस हिस्से में कितने सेशन लगेंगे, खर्चा इस बात पर भी निर्भर करता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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