Weight Loss: दीवाली पर खा खाकर कई लोगों को ये पछतावा जरूर हो रहा होगा कि इन पांच दिनों में पांच महीने की डाइटिंग पर पानी फेर दिया. पर करें तो क्या करें, ये त्योहार ही कुछ ऐसा है जिसमें तमाम कोशिशों के बावजूद जी ललचा ही जाता है. अब जबकि डाइटिंग की, फिट रहने की सारी कोशिशें नाकाम हो ही चुकी हैं तो क्या किया जाए. इसका जवाब दिया है सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने. ऋजुता ने इंस्टाग्राम पर इस संबंध में एक लंबा चौड़ा नोट शेयर किया है. जिसमें कई ऐसे जरूरी टिप्स शामिल हैं जो डाइट को लेकर उत्सवी दिनों में हुई खता को मिटा सकते हैं. और बॉडी डिटॉक्सिफाई करने में मददगार हो सकते हैं.
शुगरकेन
शुगरकेन यानि गन्ना. देवउठनी ग्यारस की पूजा के लिए तकरीबन हर घर में गन्ने की भरमार होगी. रुजुता के मुताबिक गन्ने को चबाएं या इसका ताजा जूस पी जाएं. गन्ना प्राकृतिक रूप से एक डिटॉक्स का काम करता है. साथ ही इसमें मौजूद ग्लायकोलिक एसिड आपकी त्वचा को भी चमकदार बनाता है. दीपावली पर अगर आप भी डाइट से समझौता करके अनाप शनाप खा चुके हैं तो अब गन्ने को अपना असर दिखाने का मौका दीजिए.
नारियल पानी
रुजुता की लिस्ट में दूसरा नाम हैं नारियल पानी का. नारियल पानी पेट फूलने की समस्या को कम करता है साथ ही इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाकर रखता है. रूजुता के मुताबिक कुछ दिन सुबह नारियल पानी जरूर पिएं. इसके साथ ही रूजुता ने ताजा नारियल खाने की भी सलाह दी है.
गुलकंद
पहले घर में गुलकंद की डिब्बी सजी रहा करती थीं. खाने के बाद गुलकंद खाना सिर्फ माउथ फ्रेशनर ही नहीं एक रिवाज भी था. रुजुता इस रिवाज की पैरवी करती हैं. इंस्टाग्राम पर उन्होंने लिखा है कि गुलकंद ऐसे ही खाएं या दूध में मिलाकर पी जाएं. इससे हाजमा सही रहता है और एसिडिटी परेशान नहीं करती.
आखिर में रुजुता की टिप है कि खाने के बाद घी और गुड़ खाना न भूलें. ये डाइजेशन अच्छा रखने में तो फायदेमंद है ही साइनस में भी असरदार है.
मां-बाप की इस कमी से होता है बच्चे को थैलेसीमिया....
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.