Can Vitiligo Go Away By itself? विटिलिगो जिसे 'ल्यूकोडर्मा' या 'श्वेत कुष्ठ' के रूप में भी जाना जाता है. एक ऑटोइम्यून विकार है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हेल्दी कोशिकाओं पर हमला करती है, जिससे टिश्यू डैमेज होते है. मेलानोसाइट्स वे कोशिकाएं हैं जो स्किन पिगमेंट मेलेनिन का उत्पादन करती हैं, जो आपकी त्वचा का रंग बदल देती हैं. इससे मेलानोसाइट्स मर जाते हैं और स्किन पर सफेद धब्बे दिखाई देते हैं.
विटिलिगो किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह 30 साल की उम्र से पहले अधिक आम है. इसके कई अलग-अलग प्रकार हैं. कुछ लोगों में ये सफेद धब्बे शरीर के एक हिस्से में दिखाई देते हैं. वहीं, कुछ मरीजों में ये धब्बे धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल जाते हैं. इसको लेकर कई मान्यताएं हैं, जिसके कारण विटिलिगो के मरीजों को मानसिक तनाव का अनुभव होता है.
मिथ 1: मछली और दूध एक साथ खाने से त्वचा पर रिएक्शन होता है
नहीं, यह बिल्कुल सच नहीं है. इस बारे में किसी भी प्रकार का कोई अध्ययन नहीं है, जो शरीर पर सफेद धब्बे और मछली-दूध को आपस में जोड़ता हो. यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जो फूड कॉम्बिनेशन से प्रभावित नहीं होता है. ऑटोइम्यून वह स्थिति है जब शरीर का इम्यून सिस्टम शरीर की हेल्दी कोशिकाओं पर हमला करना शुरू कर देता है.
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मिथ 2: विटिलिगो सिर्फ छूने से फैलता है
इस पर कोई शोध नहीं हुआ है. विटिलिगो संक्रामक नहीं माना जाता है. ऐसे में प्रभावित मरीजों के छूने, खाने, पीने, खून के संपर्क में आने से यह बीमारी नहीं फैलती है.
मिथ 3: ज्यादा साबुन के इस्तेमाल से सफेद धब्बे हो जाते हैं
ऐसा माना जाता है कि ज्यादा साबुन के इस्तेमाल से सफेद दाग हो जाते हैं. हालांकि, यह धारणा पूरी तरह से झूठी और एक मिथ है. विटिलिगो एक ऑटोइम्यून बीमारी है. इसमें कोई बाहरी तत्व शामिल नहीं है.
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मिथ 4: सफेद दाग सभी सफेद धब्बों का कारण है
नहीं, सभी सफेद धब्बे सफेद दाग के कारण नहीं होते हैं. सफेद धब्बे नेवस, जलने के बाद, कुष्ठ रोग, टिनिअ वर्सिकलर (फंगल संक्रमण) और अन्य कारकों के कारण हो सकते हैं.
मिथ 5: विटिलिगो का निदान करना मुश्किल है
विटिलिगो एक रिलेटिवली सरल क्लिनिकल डायग्रोसिस है. निदान त्वचा के घावों के टिपिकल डिलीवरी पैटर्न पर बेस्ड है, जो अलग-अलग मार्जिन के साथ हाइपोपिगमेंटेड, नॉन-स्केली, चाकी व्हाइट मैक्यूल हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.