Irritable Bowel Syndrome: आप IBS से हैं पीड़ित, किसी टेस्ट से नहीं बल्कि इस तरह घर पर लगाएं पता

Home Remedies To IBS: आईबीएस का इलाज दवाइयों से कम और आपकी ज़िंदगी में थोड़े-से बदलाव से ज़्यादा होता है. अगर आप खुद पर थोड़ा ध्यान देना शुरू करें, तो इससे छुटकारा पाना मुश्किल नहीं है.

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Irritable Bowel Syndrome: कैसे पहचानें आपको आईबीएस है या नहीं.

Find Out At Home You Are Suffering From IBS: कभी-कभी पेट में अजीब सी गड़बड़ महसूस होती है. कभी ढीलापन, कभी कब्ज़, तो कभी गैस और पेट फूलना. बहुत लोग इसे मामूली बात समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर ये परेशानी अक्सर होने लगे और लंबे समय तक बनी रहे, तो हो सकता है कि ये आईबीएस यानी 'इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम' हो. अब बात ये आती है कि क्या आईबीएस का पता किसी ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड या फिर किसी एक्सरे से लगाया जा सकता है? जवाब है नहीं. आईबीएस का डायग्नोस सीधे टेस्ट से नहीं होता, बल्कि इसे समझने का तरीका बिल्कुल अलग है. आइए जानते हैं फरीदाबाद, AIMS में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डायरेक्टर और HOD डॉ. अमित मिगलानी (Dr. Amit Miglani) से.

घर पर कैसे पता लगाएं आपको IBS है? (Find Out At Home You Are Suffering From IBS)

कैसे पता चलेगा कि ये IBS है?
आईबीएस को पहचानने का सबसे बड़ा तरीका है इसके लक्षणों को समझना. इसमें अक्सर पेट में दर्द या ऐंठन होती है, जो टॉयलेट जाने के बाद थोड़ी ठीक हो जाती है. इसके साथ ही मल त्याग की आदतें बदल जाती हैं. कभी ज्यादा बार जाना पड़ता है, तो कभी कम. कभी मल बहुत ढीला होता है, तो कभी बहुत सख्त. अगर ये लक्षण तीन महीने या उससे ज़्यादा समय तक लगातार आते रहें और बाकी सभी रिपोर्ट्स जैसे ब्लड, यूरिन, अल्ट्रासाउंड सब नॉर्मल हों, तो समझ लीजिए कि मामला आईबीएस का हो सकता है.

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किसी गंभीर बीमारी का संकेत तो नहीं?
लेकिन एक बात और ध्यान रखने वाली है अगर अचानक से वजन कम हो रहा हो, मल में ब्लड दिखे, पेट में गांठ जैसा कुछ महसूस हो या परिवार में किसी को पेट से जुड़ा कैंसर रहा हो, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेना जरूरी है. ऐसे मामलों में ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है.

क्या IBS का इलाज मुमकिन है?
आईबीएस कोई खतरनाक बीमारी नहीं है, बल्कि इसे लाइफ स्टाइल से कंट्रोल किया जा सकता है. ये बात और है कि कई बार ये लंबे समय तक बना रहता है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इससे छुटकारा नहीं मिल सकता.

इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपने पहले बाहर का खाना ज्यादा खाया हो, नींद पूरी ना हो रही हो या फिर स्ट्रेस बहुत ज्यादा हो, तो ये सब आईबीएस को बढ़ा सकते हैं. लेकिन जैसे ही आप घर का सादा खाना खाना शुरू करते हैं, नींद सही होती है और स्ट्रेस कम हो जाता है, वैसे ही लक्षण भी धीरे-धीरे गायब होने लगते हैं.

घर पर क्या करें?
1. खानपान पर ध्यान दें - मसालेदार, तले हुए और प्रोसेस्ड खाने से दूरी बनाएं. फाइबर से भरपूर चीज़ें जैसे ओट्स, हरी सब्जियां और फल खाने में शामिल करें.
   
2. खुद को शांत रखें - योग, ध्यान या कोई भी ऐसा काम जो आपको अच्छा लगे, वो रोज़ करें. स्ट्रेस कम होना सबसे जरूरी है.

3. सोने और खाने का समय तय करें - रोज़ एक ही वक्त पर खाना और सोना आपके पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करता है.

4. पानी खूब पिएं - दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी ज़रूर पिएं. इससे पेट साफ रहता है.

कब डॉक्टर से मिलें?
अगर ऊपर बताए गए बदलावों के बावजूद आराम नहीं मिल रहा, या लक्षण बढ़ते जा रहे हैं, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है. हो सकता है डॉक्टर कुछ दवाइयां दें या आपको किसी डाइट प्लान पर रखें. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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