स्क्रीन पर ज्यादा टाइम गुजारने की वजह से हो रही है ड्राई आइज की समस्या, यहां जानें इसके उपचार

ड्राई आइज की समस्या इन दिनों कई लोगों में देखने को मिलती है, जिस वजह से असुविधा होती है और कभी-कभी रोजाना के कामों पर भी असर पड़ता है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
New Delhi:

ड्राई आइज की समस्या इन दिनों कई लोगों में देखने को मिलती है, जिस वजह से असुविधा होती है और कभी-कभी रोजाना के कामों पर भी असर पड़ता है. बता दें कि ये सिंड्रोम तब होता है जब आँखों में पर्याप्त आँसू नहीं निकलते या बहुत तेज़ी से सूख जाते हैं, और आँखों को पर्याप्त रूप से ल्यूब्रिकेंट नहीं मिल पाता है और वो ड्राई होने लगती है.

इसकी वजह से आंखों में जलन, रेडनेस, लाइट से सेंसटिविटी और किरकिरापन महसूस हो सकता है. फिर वो चाहे इनवायरमेंट की वजह से हो, लंबे समय तक स्क्रीन के सामने रहने की वजह से हो. आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी है कि ड्राई आइज को सही तरीके से रखा जाए और उनकी देखभाल की जाए.

राहत और आराम के लिए युक्तियाँ

ये भी पढे़: दवाओं के बिना अपने ब्लडप्रेशर लेवल को कम करने के लिए अपनाएं ये उपाय, कभी नहीं खानी पड़ेगी दवाइयां

हाइड्रेटेड रहें: आंखों को हेल्दी रखने के साथ ही पूरे स्वास्थय के लिए भी जरूरी है कि शरीर में पानी की मात्रा उचित बनी रहे. पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आंसू के बनने और सूखापन को रोकने में मदद मिल सकती है.

कृत्रिम आंसू बूंदों का उपयोग करें: ओवर-द-काउंटर आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप्स आंखों को ल्यूब्रिकेंट देकर उनको ड्राईनेस से बचाने में मदद कर सकते हैं. पैकेजिंग पर दिए गए इंस्ट्रक्शन का पालन करते हुए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

नियमित रूप से पलकें झपकाएं: लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से पलकें झपकाना कम हो सकता है, जिससे आंखों में ड्राइनेस बढ़ सकती है. इसलिए, थोड़ी-थोड़ी देर में पलकें झपकाएं, खासकर कंप्यूटर, स्मार्टफोन और दूसरे डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल करते समय.

Advertisement

स्क्रीन से ब्रेक लें: लंबे समय तक स्क्रीन पर रहने से होने वाले आंखों के तनाव और सूखेपन को कम करने के लिए, 20-20-20 नियम का पालन करें: हर 20 मिनट में, 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखें.

ह्यूमिडिफ़ायर का उपयोग करें: घर के अंदर की ड्राई हवा आँखों में ड्राइनेस पैदा कर सकती है. घर पर ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से हवा में नमी बढ़ सकती है, जिससे आंसुओं के वाष्पीकरण को रोकने और आंखों को आरामदायक स्थिति बनाए रखने में मदद मिलती है.

Advertisement

अपनी आँखों की सुरक्षा करें: बाहर जाते समय आँखों को हवा, धूल और अन्य पर्यावरणीय परेशानियों से बचाने के लिए रैपराउंड धूप का चश्मा पहनें.

हेल्दी डाइट बनाए रखें: सैल्मन, अलसी और अखरोट जैसे ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर फूड आइटम्स खाने से सूजन को कम करने और आंसू की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा, विटामिन ए, सी और ई से भरपूर फूड आइटम्स को शामिल करने से आंखों के पूरे स्वास्थ्य में मदद मिल सकती है.

Advertisement

किसी आंखों के डॉक्टर से परामर्श लें: अगर खुद से देखभाल करने के बावजूद ड्राई आइज के लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो किसी आईज स्पेशलिस्ट के पास जरूर जाएं.

आलू सब्जी है या अनाज? आखिर इस पर क्यों मचा है बवाल, जानिए पूरा मामला

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Russia Ukraine War News: रूस का यूक्रेन पर करारा प्रहार! पहली बार दागी ICBM