कई लोगों के दिन की शुरुआत एक कप कॉफी से होती है. कॉफी के बिना वे अपने दिन की शुरुआत के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं. लेकिन तब क्या होगा जब एक दिन आपको पता चले कि आप डायबिटीक हैं और अब कॉफी छोड़नी होगी. यह कॉफी प्रेमियों के लिए मुश्किल की घड़ी है. कुछ अध्ययन मधुमेह से पीड़ित मरीजों को कॉफी नहीं पीने की सलाह देते है, वहीं कुछ के अनुसार कॉफी पीने से मधुमेह के बढ़ते खतरे को कम किया जा सकता है. लेकिन यह उन लोगों के लिए समान नहीं है जो पहले से ही इस स्थिति से जूझ रहे हैं. अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो आइये जानते हैं एक्सपर्ट से.
क्या ब्लड शुगर का लेवल कॉफी से कंट्रोल होगा?
एक अध्ययन से पता चला है कि कॉफी पीने से टाइप-2 मधुमेह के विकास के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. इस अध्ययन में बताया गया है कि रोजाना एक कप कॉफी पीने से भी मधुमेह के विकास के जोखिम को 4% तक कम किया जा सकता है. यही नहीं कॉफी शरीर में सूजन को भी कम करने में मदद करती है.
क्या डायबिटीज पेशेंट को नहीं पीने चाहिए कॉफी?
दिल्ली के पटपड़गंज के मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की डाइटीशियन ज्योति खानिओझ कहती हैं कि कैफीन आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. हालांकि आपके ब्लड शुगर के लेवल पर कैफीन के प्रभाव को स्पष्ट करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है. दिन में केवल एक या दो कप से कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसके अलावा, आपको अपनी कॉफी में चीनी मिलाने से बचना चाहिए. हालांकि, मधुमेह रोगियों के लिए कॉफी से बचना सबसे अच्छा है और इसकी जगह वे छाछ, ग्रीन टी या लेमन टी ले सकते हैं. इन ड्रिंक्स के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं.
Chef कुणाल कपूर से सीखें बिहारी स्टाइल में चोखा बनाने का तरीका, दुनिया भर में मशहूर है ये देसी डिश
कॉफी में क्या है?
पविथरा एन राज, मणिपाल अस्पताल, यशवंतपुर, बैंगलोर में मुख्य आहार विशेषज्ञ बताते हैं, “कॉफी में कैफीन, पॉलीफेनोल्स और मैग्नीशियम और क्रोमियम जैसे मिनरल होते हैं. कैफीन आपकी इंसुलिन संवेदनशीलता को कम कर सकता है क्योंकि कैफीन एक अवरोधक कारक है. यह एडेनोसिन नामक प्रोटीन को ब्लॉक करता है. शरीर कितना इंसुलिन बनाता है इसमें एडेनोसिन एक बड़ी भूमिका निभाता है. अध्ययनों से पता चला है कि लगभग 200 मिलीग्राम कैफीन रक्त शर्करा को प्रभावित करता है.
कॉफी पर एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट के अनुसार, डायबिटीज होने पर कॉफी पीना सुरक्षित है क्योंकि कॉफी के मिक्सड लाभ हैं. आहार विशेषज्ञ पविथरा कहती हैं, "पॉलीफेनोल्स एंटीऑक्सिडेंट गुणों वाले अणु होते हैं. एंटीऑक्सिडेंट टाइप -2 डायबिटीज, हृदय रोग और कैंसर को रोकने में मदद करते हैं. मधुमेह वाले लोगों में हृदय रोग और स्ट्रोक होने का खतरा अधिक होता है. इसलिए सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए." आहार विशेषज्ञ ने कहा कि दिन में दो कप चीनी के बिना चाहे वह कैफीनयुक्त हो या डिकैफ़िनेटेड कॉफी का सेवन करना सुरक्षित है. हालांकि मधुमेह रोगी कॉफी नहीं पीते हैं तो यह भी उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा.
Viral: आनंद महिंद्रा के नए वीडियो पर कायल हुए यूजर्स, बोले ह्यूमन टच, रेसिपी के लिए जरूरी Ingredient
डायबिटीज पेशेंट के लिए ड्रिंक्स
ऐसा नहीं है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए कोई ड्रिंक्स नहीं है. डायबिटीज के मरीज बटर मिल्क, नींबू का रस (बिना चीनी के), सूप, बिना मक्खन व क्रीम के सूप, ककड़ी पुदीना के जूस के साथ ग्रीन स्मूदी का आनंद ले सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.