Natural Laxatives for Constipation : कब्ज दूर करने के नेचुरल उपाय क्या हैं, इस्तेमाल से पहले जान लें इनके फायदे और नुकसान

ज्यादातर लोग प्राकृतिक जुलाब (Laxatives) लेने की कोशिश करते हैं. क्योंकि कई प्राकृतिक जुलाब पेट साफ होने की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाकर और इसकी नियमितता में सुधार कर पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में मदद करता है.

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प्राकृतिक जुलाब के नकारात्मक साइड इफेक्ट या जोखिम (Side Effects or Risks of Natural Laxatives)

Natural Laxatives for Constipation: पुरानी कहावत है कि कब्ज से कई बीमारियों की शुरुआत होती है. इसलिए लोग हर हाल में कब्ज से बचना चाहते हैं और इसके लिए जुलाब (Laxatives) लेने में भी नहीं हिचकते. हालांकि, ज्यादातर लोग प्राकृतिक जुलाब लेने की कोशिश करते हैं. क्योंकि कई प्राकृतिक जुलाब पेट साफ (Pet saaf kaise kare) होने की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाकर और इसकी नियमितता में सुधार कर पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में मदद करता है. साथ ही यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने, संतुलित आहार का पालन करने और नियमित व्यायाम करने में भी मदद करता है.

कब्ज से राहत देने वाले ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट क्या होते हैं?

दूसरी ओर, कब्ज से राहत देने और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद करने वाले प्राकृतिक जुलाब के इस्तेमाल का भी जोखिम होता है. बाजार में उपलब्ध कई प्राकृतिक जुलाब कब्ज को खत्म करने में ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट की तरह ही अलग-अलग तरह से असरदार हो सकते हैं.

बाजार में बल्क बनाने वाले जुलाब, मल को नरम करने वाले सॉफ़्नर, स्नेहक जुलाब, आसमाटिक जुलाब, खारा जुलाब, उत्तेजक जुलाब वगैरह ओवर-द-काउंटर जुलाब हैं जो कुछ घंटों के भीतर काम करना शुरू कर देते हैं. हालांकि, कई बार इनका पूरा नतीजा सामने आने में सप्ताह से ज्यादा समय भी लग जाता है.

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ओवर-द-काउंटर जुलाब से इलेक्ट्रोलाइट, लवण और मिनरल्स में गड़बड़ी

ओवर-द-काउंटर जुलाब कब्ज को खत्म या कम करने में बहुत सहायक हो सकते हैं, लेकिन उनका बहुत अधिक इस्तेमाल शरीर में इलेक्ट्रोलाइट गड़बड़ी और लवण और खनिजों में नकारात्मक बदलाव का कारण बन सकता है. वहीं, प्राकृतिक जुलाब ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट के सुरक्षित और सस्ते विकल्प हो सकते हैं और उनके साइड इफेक्ट भी कम हो सकते हैं. हालांकि, इन प्राकृतिक जुलाबों के जोखिम से बचने के लिए भी कई सावधानियों का पालन करना होता है.

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पाचन सुधारने और कब्ज के खात्मे के लिए फाइबर बेहद जरूरी...

मेडिकल साइंस में पाचन तंत्र को सुधारने और कब्ज के खात्मे (Kabj ka khatma) के लिए फाइबर को सबसे ज्यादा जरूरी माना जाता है. कई स्टडीज से पता चलता है कि फाइबर का सेवन बढ़ाने से मल त्याग की फ्रीक्वेंसी बढ़ सकती है और मल को नरम करके उनके मार्ग को आसान बनाया जा सकता है.

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घुलनशील फाइबर आंत में पानी को अवशोषित करके एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है जो मल को नरम करने में मदद करता है. वहीं, अघुलनशील फाइबर पानी को अवशोषित नहीं करता है, लेकिन शरीर में बरकरार रहता है, जिससे मल की मात्रा बढ़ जाती है और फिर कब्ज नहीं होता.

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कितना फाइबर चाहिए, क्या हैं प्राकृतिक जुलाब?

संयुक्त राज्य अमेरिका का कृषि विभाग (यूएसडीए) हरेक 1,000 कैलोरी के लिए 14 ग्राम फाइबर खाने की सलाह देता है. इन सिफारिशों के मुताबिक, औसतन 2,000 कैलोरी लेने वाले इंसान को रोजाना 28 ग्राम फाइबर खाने की जरूरत होती है. खाने के कुछ सामानों में बहुत अधिक फाइबर और दूसरे पदार्थ होते हैं जो प्राकृतिक रेचक (जुलाब) के रूप में काम करते हैं.

कब्ज दूर करने के लिए क्या खाएं?

इनमें चिया बीज, जामुन, फलियां, दाल, अलसी के बीज, केफिर, अरंडी का तेल, पत्तेदार सब्जियां, सेन्ना, सेब, रूबर्ब, जई का चोकर, आलूबुखारा, कीवी, मैग्नीशियम साइट्रेट, कॉफी, साइलियम, पानी और चीनी के विकल्प जैसे सोर्बिटोल युक्त शुगर-फ्री च्युइंग गम के अत्यधिक सेवन से भी कब्ज दूर हो सकता है.

प्राकृतिक जुलाब के नकारात्मक साइड इफेक्ट या जोखिम (Side Effects or Risks of Natural Laxatives)

कुछ प्राकृतिक जुलाबों के भी नकारात्मक साइड इफेक्ट हो सकते हैं या जोखिम हो सकते हैं. इसलिए प्राकृतिक रेचक (जुलाब) लेने से पहले भी इनके बारे में काफी सोच-विचार कर लेना चाहिए और इसे आदत नहीं बनानी चाहिए. उदाहरण के लिए, सेन्ना का लंबे समय तक हाई डोज लिवर को टॉक्सिक कर सकता है. वहीं, पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ नहीं लिए जाने पर साइलियम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रुकावट का कारण बन सकता है.

पेट साफ करने के लिए फॉफी पीना कितना ठीक?

वहीं, ज्यादा मात्रा में कॉफी पीने से कैफीन टॉक्सिन हो सकता है. इससे कंपकंपी, अनियमित धड़कन और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी बढ़ जाती है. इसके साथ ही अगर किसी को किडनी की दिक्कत हो तो उसके लिए जुलाब का इस्तेमाल नुकसानदायक हो सकता है. सीड्स और नट्स को अगर तय मात्रा से ज्यादा खा लिया तो पेट की दूसरी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं.

जुलाब लेने के जोखिम और साइड इफेक्ट से बचने के तरीके (Risks of taking laxatives and ways to avoid side effects)

इसके अलावा, जुलाब के ज्यादा इस्तेमाल के कुछ और जोखिम और साइड इफेक्ट के तौर पर शरीर में सूजन, उल्टी, दस्त, जी मिचलाना, सिरदर्द और आंतों की सेहत को नुकसान जैसे लक्षण सामने आते हैं. इसलिए कब्ज को रोकने के लिए कोई दवा या प्राकृतिक जुलाब लेने से काफी बेहतर है कि फाइबर का सेवन करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहें, नियमित व्यायाम से मेटाबॉलिज्म को ठीक रखें और समय से शौचालय जाने की आदत बनाएं. इसके बावजूद सामान्य मल त्याग नहीं कर पाते हैं तो अपने डॉक्टर से बात करने के बाद ही जुलाब की सीमित और संतुलित खुराक लें. हालांकि, इसके बावजूद जुलाब को लत की तरह इस्तेमाल करने से बचें.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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