National Epilepsy Day 2023: इस कंडिशन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 17 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय मिर्गी दिवस मनाया जाता है. मिर्गी की बीमारी को समय-समय पर "फिट्स" या "दौरे" से पहचाना जाता है. न्यूरॉन्स में अचानक, अनकंट्रोल इलेक्ट्रिकल करंट दौरे का कारण बनते हैं. हर उम्र में अलग-अलग समस्याएं और चिंताएं होती हैं और यह स्थिति किसी भी समय किसी को भी प्रभावित कर सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि दुनिया भर में 50 मिलियन मिर्गी रोगी हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत विकासशील देशों में रहते हैं. भारत में लगभग 10 मिलियन लोग मिर्गी से जुड़े दौरे का अनुभव करते हैं.
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मिर्गी के लक्षण | Symptoms of Epilepsy
- अनकंट्रोल झटके और दौरे, जिसे "फिट" कहा जाता है.
- जागरूकता खोना और खाली जगह में घूरना
- अजीब सेंसिटिविटी
- असामान्य गंध या स्वाद
- हाथ या पैरों में झुनझुनी महसूस होना
- कभी-कभी आप बेहोश हो सकते हैं और आपको याद नहीं रहेगा कि क्या हुआ था.
मिर्गी के कारण | Causes of Epilepsy
मिर्गी के कई संभावित कारण हैं, जिनमें न्यूरोट्रांसमीटर नामक तंत्रिका-सिग्नलिंग केमिकल्स के इनबैलेंस, ट्यूमर, स्ट्रोक और बीमारी या चोट से ब्रेन डैमेज या इनमें से कुछ हो सकते हैं. ज्यादातर मामलों में मिर्गी का कोई पता लगाने योग्य कारण नहीं हो सकता है.
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मिर्गी का इलाज | Treatments for epilepsy
- दवाएं जिन्हें मिर्गी-रोधी दवाएं कहा जाता है.
- ब्रेन के उस छोटे हिस्से को हटाने के लिए सर्जरी जो दौरे का कारण बनती है.
- हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल बनाए रखें.
- कुछ लोगों को जीवन भर इलाज की जरूरत हो सकती है, लेकिन अगर आपके दौरे समय के साथ गायब हो जाते हैं तो आप उपचार रोकने में सक्षम हो सकते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)