Lung Cancer Signs: लगातार खांसी के साथ शरीर में ये बदलाव हो सकते हैं फेफड़ों के कैंसर का लक्षण, इग्नोर न करें

Symptom Of Lung Cancer: कई बार इस बीमारी पर किसी का ध्यान नहीं जाता है क्योंकि इसके लक्षण सर्दी, फ्लू या अस्थमा के समान होते हैं. ऐसे में आपको लंग कैंसर के शुरुआती लक्षणों को मिस नहीं करना चाहिए.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
Symptoms Of Lung Cancer: डॉक्टरों का कहना है कि फिंगर क्लबिंग फेफड़ों के कैंसर का एक प्रमुख लक्षण है.

Sign Of Lung Cancer: प्रदूषण, गले में खराश, सर्दी या फ्लू के कारण खांसी हो सकती है, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ कंडीशन में खांसी फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकती है. इस बीमारी के कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए समय पर डायग्नोस और इलाज के लिए बारीकियों पर ध्यान देना जरूरी है. फेफड़े का कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो पुरानी सूजन, सेल्स डैमेज या पास के अंग से अनियंत्रित, अनट्रीटेड कैंसर के कारण फेफड़ों में या उसके आसपास ट्यूमर बना सकता है. कई बार इस बीमारी पर किसी का ध्यान नहीं जाता है क्योंकि इसके लक्षण सर्दी, फ्लू या अस्थमा के समान होते हैं. ऐसे में आपको लंग कैंसर के शुरुआती लक्षणों को मिस नहीं करना चाहिए.

क्यों लेडीज में समय से पहले बंद हो जाते हैं पीरियड्स, जानें कम उम्र में मेनोपॉज के साइड इफेक्टस

क्या खांसी फेफड़ों के कैंसर से जुड़ी है? | Is Cough Linked To Lung Cancer?

माना जाता है कि अगर खांसी तीन हफ्ते या उससे अधिक समय तक रहती है, तो आपको डॉक्टर से जांच करानी चाहिए क्योंकि यह फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है. इस बीमारी के कोई शुरुआती लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए समय पर निदान और उपचार के लिए बारीकियों पर ध्यान देना जरूरी है.

Advertisement

कभी-कभी खांसी के साथ खून भी आ सकता है जिसे खांसी के दौरान दर्द के साथ कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

Advertisement

फेफड़ों के कैंसर के लक्षण | Symptoms Of Lung Cancer

डॉक्टरों का कहना है कि फिंगर क्लबिंग फेफड़ों के कैंसर का एक प्रमुख लक्षण है, लेकिन इसके अलावा भी फेफड़ों के कैंसर के और भी कई लक्षण हैं, जैसे:

Advertisement

30 के बाद प्रेगनेंसी प्लान करने से क्यों बचना चाहिए? टेस्ट के लिए कब जाएं? जानिए Pregnancy की सही उम्र

Advertisement
  • लगातार सांस फूलना
  • भूख में कमी
  • अचानक वजन घटना
  • चेस्ट इंफेक्शन
  • थकान
  • घरघराहट
  • कर्कश आवाज
  • चेहरे या गर्दन में सूजन
  • निगलने में कठिनाई
  • सीने या कंधे में लगातार दर्द होना

फेफड़ों के कैंसर के लिए उपचार | Treatment For Lung Cancer

फेफड़ों के कैंसर का निदान होने पर रोगी का जीवित रहना फेफड़ों के कैंसर के स्टेज और प्रकार सहित कई कारकों पर निर्भर करता है. किसी रोगी का फेफड़ों का कैंसर किस प्रकार का होता है यह उस कोशिका के प्रकार पर निर्भर करता है जहां से यह शुरू हुआ था - दो प्रकार हैं:

एक दिन में हमारे नॉर्मली कितने बाल झड़ते हैं? कब ये माना जाय कि हम गंजेपन की ओर बढ़ रहे हैं? यहां जानिए

छोटे सेल फेफड़ों का कैंसर - 20 प्रतिशत मामलों में होता है और आमतौर पर धूम्रपान के कारण होता है.

नॉन-स्माल सेल लंग कैंसर - 85 प्रतिशत मामले.

ट्यूमर के आकार और जहां यह फैल गया है, उसके आधार पर उपचार के विकल्प रेडियोथेरेपी से लेकर कीमोथेरेपी या सर्जरी या कीमोराडियोथेरेपी तक अलग-अलग हो सकते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
Baba Saheb Ambedkar के सवाल पर Congress के आरोपों का खरगे ने कैसे दिया सिलसिलेवार जवाब?