आजकल गलत लाइफस्टाइल और खानपान कई बड़ी बीमारियों का कारण बन रहा है. इनमें से एक बीमारी लंग यै फेफड़े का कैंसर है. लंग कैंसर की बीमारी का शुरुआत में पता लगाना काफी मुश्किल होता है और बाद में यह इतनी बढ़ जाती है कि इसे रोकना मुश्किल हो जाता है. अन्य कैंसर की तरह, फेफड़े का कैंसर तब विकसित होता है जब सेल डिविजन और ग्रोथ की सामान्य प्रक्रिया बाधित होती है. कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़कर ट्यूमर बना देती हैं. लंग कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और सर्जरी आदि शामिल हैं. लंग कैंसर के प्रकार, स्टेज और अन्य फैक्टर्स के आधार पर डॉक्टर सही ट्रीटमेंट का निर्णय ले सकते हैं.
लंग कैंसर के लक्षण- Symptoms Of Lung Cancer:
फेफड़ों का कैंसर आमतौर पर इसके शुरुआती चरणों में लक्षण पैदा नहीं करता है. फेफड़ों के कैंसर के लक्षण आमतौर पर तब दिखाई देते हैं जब रोग एडवांस स्टेज में पहुंचता है. फेफड़ों के कैंसर के लक्षणों में-
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1. खांसी जो दूर नहीं होती
2. खांसी के साथ खून आना
3. सांस लेने में कठिनाई
4. छाती में दर्द
5. आवाज बैठना
6. वजन घटना
7. हड्डी में दर्द
8. सिरदर्द
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लंग कैंसर के कारण- Causes Of Lung Cancer:
लंग कैंसर को डेवलप होने में कई साल लग सकते हैं. फेफड़ों के कैंसर के डेवलप होने में सिगरेट स्मोकिंग सबसे आम रिस्क फैक्टर हैं. बहुत से लोग सिगरेट के धुएं के संपर्क में आते हैं उन्हें भी लंग कैंसर का खतरा रहता है. इसके अलावा एस्बेस्टस, रेडॉन, यूरेनियम जैसे हेवी मेटल के संपर्क में आना भी लंग कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है. सीमेंट फैक्टरी या अन्य कंस्ट्रक्शन से जुड़े लोगों में भी लंग कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है. अनुवांशिक कारक भी फेफड़ों के कैंसर के जिम्मेदार होते हैं. यदि परिवार में किसी एक व्यक्ति को फेफड़ों का कैंसर है, तो अन्य लोगों को भी यह रोग होने का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा फेफड़ों की कोई अन्य बीमारी और प्रदूषित वातावरण भी लंग कैंसर का कारण बन सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.