Yoga For Joint Pain: सुस्त लाइफस्टाइल और गलत खानपान की आदतों की वजह से ज्वाइंट पेन (joint pain) यानी जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ती जा रही है. लोग इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए पेन किलर्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स होते हैं और इनका असर भी कुछ समय के लिए ही होता है. घुटनों, कमर, कंधे और पीठ दर्द से स्थाई रूप से राहत पाना चाहते हैं तो सिर्फ योग (Yoga) ही इसका जरिया है. दर्द से राहत के अलावा, योग शरीर को टोन करता है और मन को भी शांत करता है. आइए जोड़ों के दर्द के लिए कुछ आसान और प्रभावी आसन (yoga for joint pain) के बारे में जानते हैं.
जोड़ों में दर्द से राहत के लिए करें ये योगासन (Best yoga for joint pain)
वीरभद्रासन (Warrior pose)
वीरभद्रासन यानी वॉरियर पोज घुटने को मजबूत बनाता है और कंधों के दर्द, फ्रोजेन शोल्डर जैसे समस्याओं में भी राहत पहुंचाता है. कंधों के स्ट्रेस को दूर करने और शरीर में संतुलन लाने में भी ये मददगार होता है.
धनुरासन (Bow pose)
धनुरासन यानी बो पोज कंधों को खोलता है और ज्वाइंट पेन में राहत देता है. धनुरासन करने से शरीर की स्ट्रेचेबिलिटी भी बढ़ती है और शरीर को स्ट्रेस और थकान से छुटकारा पाने में आसानी होती है. धनुरासन आपको अधिक शक्तिशाली यौन अनुभव पाने में मदद कर सकता है.
सेतु बंधासन (Bridge pose)
ब्रिज पोज़ घुटने के जोड़ों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मददगार होता और ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) से पीड़ित लोगों के लिए भी ये बेहद फायदेमंद होता है. यह आपके दिमाग को भी शांत करता है और शरीर में चिंता और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है.
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन यानी ट्रायंगल पोज से घुटनों, पैरों और टखनों को मजबूती मिलती है. यह हैमस्ट्रिंग, कमर और कूल्हों को स्ट्रेच करने में मदद करता है. साइटिका के रोगियों के लिए भी ये बेहतरीन पोज है, साथ ही पीठ दर्द में भी ये आराम पहुंचाता है.
उष्ट्रासन (Camel Pose)
उष्ट्रासन यानी कि कैमल पोज आपके बैक बोन को अधिक फ्लेक्सिबल बनाता है और कंधे के दर्द में भी आराम पहुंचाता है. पीठ के निचले हिस्से के दर्द और पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और एंग्जाइटी में भी ये राहत देता है. साथ ही पीठ के निचले हिस्से के दर्द में राहत के लिए ये बेहतरीन पोज हैं.
डॉल्फिन प्लैंक पोज़ (Dolphin Plank pose)
डॉल्फिन प्लैंक पोज़ हैमस्ट्रिंग और कंधे को स्ट्रेच करता है. यह शरीर को थकान और पीठ दर्द से राहत देकर कलाई, हाथ और पैर को भी मजबूत करता है. ये पोज ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में भी काफी मदद कर सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.