वजन कम करने की इच्छा रखने वाले लोग आमतौर पर तरह-तरह के तरीके आजमाते हैं. ज्यादातर मामलों में वजन घटाने की यात्रा में हाई-इंटेसिटी वाले वर्कआउट या लो कार्ब डाइट शामिल होते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जब वजन कम करने की बात आती है तो कठोर एक्सरसाइज प्लान का पालन करने की तुलना में लगातार व्यायाम करना अधिक महत्वपूर्ण है और लो कार्ब डाइट के बारे में क्या? शुगर से भरपूर फूड्स और ब्रेड में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट को कम करना फायदेमंद होता है, लेकिन शरीर को विटामिन, खनिज और फाइबर जैसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आपूर्ति जारी रखना भी जरूरी है.
हालांकि कुछ लोगों को लो कार्ब डाइट पर वजन कम करने में बहुत सफलता मिल सकती है, लेकिन यह गारंटी नहीं देता कि हर कोई ऐसा करेगा. व्यवस्थित समीक्षाओं के कोक्रेन डेटाबेस में प्रकाशित शोध में पाया गया है कि जो लोग लो कार्ब डाइट का पालन करते हैं, वे बैलेंस कार्ब डाइट पर रहने वालों की तुलना में सिर्फ एक किलो अधिक वजन कम करते हैं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि लो कार्ब डाइट के परिणामस्वरूप बैलेंस कार्ब डाइट की तुलना में टाइप -2 डायबिटीज वाले लोगों में प्रारंभिक वजन कम हुआ. हालांकि, लंबी अवधि (1-2 वर्ष) में वजन घटाने में कोई अंतर नहीं आया. शोधकर्ताओं ने टाइप 2 डायबिटीज वाले या बिना वजन घटाने वाले लोगों में वजन घटाने में कोई अंतर नहीं पाया.
शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए 61 रेंडमाइज्ड कंट्रोल ट्रायल से एक्स्ट्रा बॉडी वेट वाले लगभग 7,000 लोगों का अध्ययन किया. कुल 1,800 लोगों को टाइप-2 डायबिटीज थी. उन्होंने पाया कि शरीर के एक्स्ट्रा वेट वाले, लेकिन टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग जिन्होंने तीन से 8.5 महीने तक लो कार्ब डाइट का पालन किया, बैलेंस लो कार्ब डाइट का पालन करने वालों की तुलना में एक किलो अधिक खो दिया.
इसके अलावा, पिछले अध्ययनों से पता चला है कि कार्ब सेवन में एक बड़ा बदलाव अस्थायी दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है, जैसे कि कब्ज, सिरदर्द और मांसपेशियों में ऐंठन. लंबे समय तक कार्ब की कमी से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी हो सकती हैं. इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए डाइट प्लान में भारी बदलाव पर विचार करने से पहले एक प्रमाणित न्यूट्रिशनिष्ट से परामर्श करना सबसे अच्छा है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.