Women's Day Quotes: वुमन्स डे पर अपनी जिंदगी की खास महिलाओं को इन शब्दों से करें इंप्रेस

International Women's Day Quotes: हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को हर बार किसी न किसी खास थीम के साथ मनाया जाता है.

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Women's Day Quotes: वुमेन्स डे स्पेशल कोट्स.

हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को हर बार किसी न किसी खास थीम के साथ मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हे हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका देना होता है. हर साल ये दिन महिलाओं के लिए बेहद खास हो जाता है, इस खास दिन आप भी अपनी जिंदगी की खास और अहम भूमिका निभाने वाली महिलाओं को स्पेशल महसूस कराना चाहते हैं तो कुछ खास कोट्स के साथ उन्हें महिला दिवस की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

वुमेन्स डे कोट्स

मुस्कुराकर, दर्द भूलकर, रिश्तों में बंद कर दी थी दुनिया सारी

 हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति ही है नारी, 

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मां से ममता मिलती, बहन से मिलता है दुलार नारी शक्ति को पूजनीय समझो, ये ही लगाती जीवन नैया पार.

नारी माता है, उसकी पूजा करो, नारी बहन भी है उससे स्‍नेह करो, नारी एक भाभी है उसका आदर करो, नारी एक पत्‍नी भी है उससे प्रेम करो, नारी एक औरत है उसका सम्मान करो.

जीवन का यही अनमोल सार- नारी नहीं थी कभी बेचारी क्योंकि नारी में ही निहित है इस सृष्टि की शक्ति सारी.

हर दुख दर्द सह कर वो मुस्कुराती है, पत्थरों और दीवारों से बने मकान को, वो औरत ही है जो घर बनाती हैं.

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वह ही जन्म देती है,

वह ही मौत से बचाती है,

वह आगे बढ़ाती है,

वह औरत कहलाती है.

जग जननी हूं, जग पालक हूं

मैं नारी हूं, न किसी से हारी हूं

निःशेष लोक जन्मा मेरे उर से

फिर भी मैं ही कोख में मारी हूं

नर सम अधिकारिणी है नारी,

वो भी जीने की अधिकारी,

कुछ उसके भी अपने हैं सपने, क्यों रौंदे उन्हें उसके ही अपने

दहेज लेने वाला व्यक्ति

हमेशा अपनी शिक्षा,

अपने देश और नारीत्व

को अपमानित करता है.

पोंछ कर आंसू अपने, सहा हर अपमान,

हर घर में बनी वो प्यार की मूरत

लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती के रूप में,

जन्मी इस संसार में, बनकर एक औरत

दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने में गुजर गई,

रात की नींद बच्चे को सुलाने में गुजर गई,

जिस घर में मेरे नाम की तख्ती भी नहीं,

सारी जिंदगी उस घर को सजाने में गुजर गई.

तेरी ऊंचाइयों के सामने आसमान भी नहीं रह सकता है

मेरा सिर्फ इतना सा एक पैगाम है,

ऐ औरत तुझे मेरा सिर झुका कर सलाम है.

कुछ लोग कहते हैं

कि औरत का कोई घर नहीं होता है

लेकिन सच तो ये है

कि औरत के बिना कोई घर नहीं होता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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