How Low Sugar Level Effects On Body: मानव शरीर की कोशिकाओं को कार्य करने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है और वह आती है चीनी या ग्लूकोज से. इसलिए, जब ब्लड शुगर लेवल गिरता है, तो यह कुछ गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है क्योंकि आपके शरीर में कार्य करने के लिए जरूरी मात्रा में ऊर्जा नहीं होगी. लो ब्लड शुगर एक हेल्थ कंडिशन है और अगर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह घातक हो सकता है. लो ब्लड शुगर लेवल, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया भी कहा जाता है, तब होता है जब ब्लड शुगर की एकाग्रता सामान्य सीमा से नीचे गिर जाती है.
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लो ब्लड शुगर लेवल तब भी हो सकता है जब शरीर बहुत अधिक इंसुलिन का उत्पादन करता है. लो ब्लड शुगर लेवल का एक अन्य कारण दवाएं भी हो सकती हैं. जब आप ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए बहुत अधिक दवाएं लेते हैं, तो यह अंततः हाइपोग्लाइसीमिया का कारण बन सकता है. हालांकि, हाइपरग्लेसेमिया की तरह हाइपोग्लाइसीमिया का भी प्रभाव पड़ता है और ये प्रभाव अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों हो सकते हैं. यहां शरीर पर हाइपोग्लाइसीमिया के प्रभावों के बारे में बताया गया है.
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अल्पकालिक प्रभाव | Short Term Effect
दिल का दौरा
ब्रेन ब्लीड
किसी व्यक्ति के संज्ञानात्मक कार्य में हानि
दीर्घकालिक प्रभाव (Long Term Effects)
किडनी की बीमारी
नर्व्स डैमेज
नेत्र रोग
इनके साथ ही, हाइपोग्लाइसीमिया शरीर के कई अंगों पर भी प्रभाव डाल सकता है:
अंतःस्रावी और संचार प्रणाली: जब आप हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित होते हैं, तो यह जरूरी सूचनाओं को प्रसारित करने वाली नसों को नुकसान पहुंचाता है और इससे अंतःस्रावी और संचार प्रणाली को नुकसान हो सकता है.
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केंद्रीय तंत्रिका तंत्र: ब्लड शुगर या ग्लूकोज सेंट्रल नर्व्स सिस्टम के लिए एनर्जी का प्राथमिक स्रोत है. जब इसका लेवल गिरता है, तो यह कई काउंटर-रेगुलेटरी सिस्टम को सक्रिय करके इस गिरावट का जवाब देता है.
पाचन तंत्र: जब आपका ब्लड शुगर एक निश्चित लेवल से नीचे गिर जाता है, तो यह गैस्ट्रोपेरिसिस का कारण बन सकता है जो अंततः पाचन तंत्र में समस्याएं पैदा करता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.