Weight Loss Tips: वजन घटाने के लिए अपने कैलोरी के सेवन में कटौती करना सबसे पॉपुलर तरीका है. हमें अक्सर कुछ किलो कम करने के लिए एक रूल को फॉलो करने के लिए कहा जाता है, कि जितना आप खाते हैं उससे ज्यादा आपको कैलोरी बर्न करनी चाहिए. अपनी बॉडी को टोंड बनाएं रखने की चाह में हम में से कई लोग हैवी मील छोड़ देते हैं और लो कैलोरी वाले फूड का सेवन शुरू कर देते हैं, लेकिन क्या बहुत लो कैलोरी वाली डाइट वाकई सुरक्षित है? डॉक्टर अंजलि हुड्डा ने एक इंस्टाग्राम रील में बताया कि बहुत लो कैलोरी वाली डाइट असुरक्षित क्यों नहीं है और इसे अपनाने का सही तरीका क्या है.
डॉक्टर का कहना है कि हमें लो कैलोरी डाइट को सिर्फ कुछ हफ्ते तक अपनाना चाहिए, लेकिन वह जोर देकर कहती हैं कि केवल पांच से छह दिनों के लिए ऐसी डाइट पर टिके रहना सबसे अच्छा है. बहुत लो कैलोरी वाली डाइट को फास्ट मिमिकिंग डाइट भी कहा जाता है क्योंकि आप रोजाना लगभग 800 कैलोरी ही खाते हैं.
अंजलि हुड्डा चेतावनी देती हैं कि लो कैलोरी वाली डाइट खाने से हमारे शरीर में इंसुलिन लेवल में बढ़ोत्तरी हो सकती है. वह जोर देकर कहती हैं कि डाइट में सभी मैक्रोन्यूट्रिएंट्स को शामिल करना चाहिए और मील क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए.
अगर कोई सर्जरी से गुजर रहा है, तो डॉक्टर जोर देते हैं, लो कैलोरी खाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होता है. वह कहती हैं कि ज्यादातर लोग लो कैलोरी वाली डाइट को फॉलो करते हैं हालांकि कम खाने में कुछ भी गलत नहीं है. डॉक्टरों का यह भी दावा है कि ये डाइट मेटाबॉलिज्म को कम करने की बजाय उसे बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं.
डॉक्टर बताती हैं कि अगर आप बहुत लो कैलोरी डाइट लेना चाहते हैं तो इसे किसी के गाइडेंस में आजमाएं और इसे सुरक्षित रूप से करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.